Right to Repair Portal: सरकार ने अपना नया पोर्टल राइट टू रिपेयर लाइव कर दिया है. इसके तहत अब कंपनियों को रजिस्टर्ड कराया जा रहा है. किसी भी तरह की जानकारी देने या फिर किसी भी प्रोडक्ट को रिपेयर कराने में आसानी होगी. अब कंपनियां पुराने पार्ट का बहाना करके नहीं बच पाएंगी.
राइट टू रिपेयर पोर्टल के तहत फॉर्मिंग सेक्टर से लेकर मोबाइल और अन्य कंपनियां शामिल हैं. इस पोर्टल पर फ्रीज, मोबाइल, मोटरबाइक, कार आदि के पुराने से पुराने पार्ट की जानकारी दी जाएगी. साथ ही ये भी जानकारी दी जाएगी कि आपको रिपेयर कराने और पुराने पार्ट को बदलने में कितना खर्च आएगा. कंपनियों को पुराने पार्ट देना ही होगा.
कौन कौन सी दिग्गज कंपनियां रजिस्टर्ड
सरकार के राइट टू रिपेयर पोर्टल पर केंट, होंडा, हीरो, समसैंग, बोट, हवेल्स, एपी, माइक्रोटेक, एलजी, ओपो केयर, पैनासोनिक और एप्पल जैसी कंपनियों को रजिस्टर्ड किया गया है. यहां इनके पुराने से पुराने पार्ट आसानी से मिल जाएंगे. जहां से आप खरीद सकते हैं. साथ ही कॉस्ट की भी जानकारी ले सकते हैं.
थर्ड पार्टी से रिपेयर कराने पर भी वारंटी बनी रहेगी
अगर आप थर्ड पार्टी से मोबाइल या किसी अन्य प्रोडक्ट की रिपेरिंग करा लेते हैं तो भी इस पोर्टल पर जाकर रिपेयरिंग करा सकते हैं. इस दौरान आपसे कोई चार्ज भी नहीं लिया जाएगा. बिना किसी एक्स्ट्रा चार्ज के कंपनियां पोर्टल पर रिपेयरिंग करा सकेंगी.
ग्राहक मर्जी के होंगे मालिक
इस पोर्टल पर कई और कंपनियां जुड़ने वाली हैं. किसी भी प्रोडक्ट को रिपेयर कराने के लिए पार्ट की कीमत, रिपेयरिंग कॉस्ट और प्रोडक्ट के बारे में जानकारी दी गई होगी. आप चाहें तो रिपेयरिंग करा सकते हैं.
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