Rights of passengers in train: इंडियन रेलवे भारतीयों की जिंदगी में एक खास स्थान रखता है. यात्रियों को अच्छी और सुरक्षित यात्रा कराना भारतीय रेलवे की जिम्मेदारी है. रेल विभाग की तरफ से अपने यात्रियों को कई सुविधाएं दी जाती हैं लेकिन इन सुविधाओं के बारे में अधिक जानकारी न होने की वजह से यात्रियों को सफर के दौरान कई मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. आज हम आपको रेल सफर से जुड़े कुछ अधिकारों के बारे में बताएंगे जिनके बारे में ज्यादातर यात्रियों को पता नहीं होता. अगर आप रेल से सफर करने जा रहे हैं तो अपने इन अधिकारों के बारे में जान लीजिए. क्योंकि एक रेल यात्री को अपने इन अधिकारों के बारे जानकारी होनी जरूरी है.


टिकट न होने पर कोई नहीं उतारेगा आपको ट्रेन से बाहर

इन सब में पहला अधिकार तो आप का ये है कि अगर किसी को बहुत जल्दी में किसी ट्रेन को पकड़ना हो तो वह प्लेटफॉर्म टिकट लेकर भी ट्रेन में चढ़ सकता है. ट्रेन में चढ़ने के बाद वह टीटीई से पूरी यात्रा के लिए शुल्क चुकाकर टिकट बनवा सकता है. इसमें आप घबराने के बजाए अपने अधिकार जानकर मोटे जुर्माने से बच सकते हैं.


इन श्रेणी के लोगों के लिए रेलवे आरक्षण में देता है रियायत

आपको बता दें कि रोगी, वरिष्ठ नागरिक, पुरस्कार प्राप्तकर्ता, युद्ध शहीदों की विधवाएं, छात्र, युवा, किसान, कलाकार-खिलाड़ी और चिकित्सा व्यवसायी समेत रेलवे कई और श्रेणियों में रियायत देता है. इन रियायतों के बारे में आप ज्यादा जानकारी 'रियायत नियम' पर जाकर प्राप्त कर सकते हैं. इसके अलावा अगर आपने ई टिकट बुक करवाई है और आप अपना बोर्डिंग स्टेशन चेंज करना चाहते हैं. तो आप 24 घंटे के अंदर कभी भी अपना बोर्डिंग स्टेशन चेंज कर सकते हैं.


तबीयत खराब होने पर रेलवे देगा चिकित्सा सहायता

अगर ट्रेन में सफर के दौरान आपकी तबीयत खराब हो गई है. तो आपको मेडिकल सुविधा दी जाएगी. इसके लिए आपको टीटीई से संपर्क करना होता है. इसके अलावा अगर आप ई-टिकट में इंश्योरेंस का ऑप्शन फिल करते हैं तो आपकी जान माल की हानि की भरपाई रेलवे करता है.


साफ सुथरी यात्रा का अनुभव देना रेलवे की जिम्मेदारी

यह रेलवे की जिम्मेदारी है कि आपको एक साफ सुथरी यात्रा का अनुभव दे, आप यात्रा के लिए एक मोटी रकम चुकाते हैं तो बदले में रेलवे आपको सुविधाएं उपलब्ध कराता है ऐसे में आप जिस ट्रेन में सफर कर रहे हैं, उसमें आपको बहुत गंदगी नजर आ रही है, तो फिर आप अटेंडेंट को बुलाकर सफाई करने के लिए कह सकते हैं. अगर वह मना करे तो आप टीटीई से उसकी शिकायत कर सकते हैं.


यह भी पढ़ें: Vande Bharat: खत्म होने वाला है वंदे भारत स्लीपर कोच का इंतजार, 2024 के इस महीने तक हो सकती है लॉन्च