परिवहन मंत्रालय ने देशवासियों के लिए एक बड़ी ख़ुशख़बरी दी है. मंत्रालय ने सड़क दुर्घटना में घायलों के तुरंत इलाज के लिए डेढ़ लाख तक के फ्री कैशलेस इलाज के प्रस्ताव पर मुहर लगा दी है. यानी अब सड़क दुर्घटना में घायलों को इलाज के लिए पैसे की चिंता नहीं करनी होगी. वो दुर्घटना के बाद तुरंत अपना बेहतर से बेहतर इलाज करवा सकते हैं. किन अस्पतालों में जाकर इलाज करवाया जा सकता है. इसके लिए भी मंत्रालय ने इस प्रस्ताव में बताया है. आइए जानते हैं क्या है पूरे प्रस्ताव में. 


सड़क दुर्घटना में घायलों को मिलेगा कैशलेस इलाज


भारत सरकार के परिवहन मंत्रालय ने कैशलेस इलाज के इस प्रस्ताव को फाइनलाइज कर दिया है. जिसमें सड़क दुर्घटना में घायलों को इलाज के लिए 1.5 लाख तक की फ्री सुविधा दी जाएगी. सरकार द्वारा इस प्रस्ताव में कहा गया है कि सड़क दुर्घटना में घायलों को नजदीकी अस्पताल ले जाने के लिए कैशलेस इलाज की सुविधा मिलेगी. परिवहन सचिव ने इस बारे में बात करते हुए कहा 'कैशलेस इलाज की सुविधा संशोधित मोटर व्हीकल एक्ट 2019 का हिस्सा है. कुछ राज्यों में इसे लागू किया गया है. लेकिन अब स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के साथ मिलकर सड़क परिवहन मंत्रालय इसे देश भर में लागू करने जा रहा है. 


गोल्डन ऑवर में मिलेगा फायदा


किसी हादसे के होने के 1 घंटे बाद तक के समय को मेडिकल टर्म में गोल्डन ऑवर कहा जाता है. सड़क दुर्घटना में गोल्डेन ऑवर काफी महत्वपूर्ण होता है. क्योंकि अगर इसी समय सही इलाज मिल जाए तो घायलों की जान बचाई जा सकती है. कई मौकों पर देखा गया है कि समय पर इलाज न मिलने के चलते ऐसे मामलों में घायलों की जान चली गई है. साल 2022 में भारत में सड़क दुर्घटना में 1.68 लाख लोगों की जान गई है. लेकिन अब इस सुविधा के आने के बाद से नजदीकी अस्पतालों में गोल्ड नगर के दौरान कैशलेस इलाज से  ऐसे मामलों में  घायलों को काफी फायदा होगा. फ्री इलाज की है सुविधा आयुष्मान भारत के तहत सभी सूचीबद्ध अस्पतालों में मिलेगी. 


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