कार में एसी चलाकर सोने से मौत कैसे लगा लेती है गले? भूलकर भी न करना यह गलती
एसी से मौत के मामले देश में हाल ही के दिनों में कुछ बढ़ से गए हैं, चाहे एसी का ब्लास्ट होना हो या फिर कार के एसी से दम घुटना हो. कार में एसी चलाकर सोना और फिर मौत हो जाना बेहद खतरनाक मामला है.
![कार में एसी चलाकर सोने से मौत कैसे लगा लेती है गले? भूलकर भी न करना यह गलती Sleeping with the AC on in the car is deadly and there are many reasons behind it कार में एसी चलाकर सोने से मौत कैसे लगा लेती है गले? भूलकर भी न करना यह गलती](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/06/18/90da730b9a30a22bb8605e792070bfa41718718457175855_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
Utility News: कार में एसी चलाकर सोने से मौत के मामले आपने कई बार सुने होंगे. इंसान जिस एसी को चलाकर राहत पाना चाहता है वहीं उसकी दर्दनाक मौत का कारण बन जाता है. दिल्ली के इंदिरापुरम इलाके में एक शख्स कार में एसी चलाकर रात को सो गया, इससे वो सुबह उठा ही नहीं. अर्थ साफ है, शख्स की मौत हो चुकी थी. पुलिस की जांच में सामने आया कि शख्स को रात को सोते हुए पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिली. लेकिन ऐसा क्यों होता है, कि कार में एसी चलाकर सोने से लोगों की मौत हो जाती है. आज हम आपको इसी के पीछे का कारण बताने जा रहे हैं, कि कार में एसी चलाकर सोने से लोगों की मौत क्यों हो जाती है. हाल ही में कई मामले सामने आए हैं जिनमें लोगों की इस तरह से मौत हुई है.
दरअसल, एसी से मौत के मामले देश में हाल ही के दिनों में कुछ बढ़ से गए हैं, चाहे एसी का ब्लास्ट होना हो या फिर कार के एसी से दम घुटना हो. कार में एसी चलाकर सोना और फिर मौत हो जाना बेहद खतरनाक मामला है. इसके पीछे के कई कारण हो सकते हैं जिसके चलते कार का एसी आपके लिए जानलेवा बन सकता है. आइए जानते हैं क्या है इसके पीछे के कारण...
ऑक्सीजन की कमी होना
बंद एसी को चलाने कार में पूरी रात हवा रिसाइकल होती है, जिसमें सांस लेने की वजह से हमारे शरीर में निकली कार्बन डाइऑक्साइड हवा में घुल कर उसे जानलेवा बना देती है. ऐसे में कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा बढ़ने से ऑक्सीजन की कमी होने लगती है और फिर दम घुटने लगता है, जिससे इंसान की मौत हो जाती है.
कार्बन मोनोऑक्साइड का रिसाव होना
बंद गाड़ी में एसी चलाकर सोने से अगर गाड़ी के इंजन में कोई खराबी हो या फिर एग्जॉस्ट सिस्टम में कोई खराबी हो तो कार्बन मोनोऑक्साइड का रिसाव होने लगता है. यह गैस बेहद जहरीली होती है और रंगहीन और गंधहीन होती है, जिससे इसके रिसाव का पता भी मुश्किल से चल पाता है. यह इंसान के शरीर में जाकर हीमोग्लोबिन में घुल जाती है जिससे शरीर के बाकी हिस्सों तक ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाती है और इंसान की मौत हो जाती है.
हीट स्ट्रोक का रहता है खतरा
कई बार लोग कार में सोते वक्त गाड़ी के शीशे और दरवाजे पूरी तरह से बंद कर देते हैं, ऐसे में गाड़ी में तापमान तेजी से बढ़ता है और इंसान का दम घुटने लगता है जिससे मौत हो जाती है. हाल ही में कोटा में एक छोटी बच्ची ने इसी तरह से अपनी जान गंवा दी थी.
एयर फ्लो की कमी से हो सकती है मौत
अगर गाड़ी के शीशे पूरी तरह से पैक कर दिए जाएं तो बाहर की हवा अंदर नहीं आ पाती, जिससे कार एक बंद कंटेनर की तरह बन जाती है, ऐसे में एसी चलाना नहीं चलाना भी मायने नहीं रखता, और दम घुटने से इंसान की मौत हो सकती है.
यह भी पढ़ें: एसी चलाने से पहले रोजाना चेक कीजिए ये चीजें, कभी नहीं होगा ब्लास्ट
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)