Gwalior Bina Special Unreserved Train: मध्यप्रदेश के ग्वालियर से लेकर बीना तक के तकरीबन 385 किलोमीटर रूट पर भारतीय रेलवे ने ग्वालियर-बीना एक्सप्रेस अनारक्षित स्पेशल ट्रेन की सेवा बहाल कर दी है. रेलवे ने यह अनारक्षित ट्रेन चलाने की आधिकारिक घोषणा भी कर दी है. इस ट्रेन में हजारों यात्री रिजर्वेशन कराए बिना सफर कर सकते हैं. इस गाड़ी में 8 सामान्य श्रेणी, 02 एसएलआर-डी सहित कुल 10 डिब्बे लगे हुए हैं. यह अनारक्षित स्पेशल ट्रेन विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर अपना स्टॉपेज लेते हुए चलेगी. आइये जानते हैं इस ट्रेन के बारे में...


रूट पर हजारों यात्री करते हैं सफर


ग्वालियर-बीना रूट मध्यप्रदेश के व्यस्ततम रूट में से एक है. इस रूट पर हजारों यात्री सफर करते हैं. काफी समय से यात्रियों की मांग थी कि इस रूट पर ग्वालियर-बीना ट्रेन की सेवा बहाल की जाएं. जिसके आधार पर ही रेलवे ने फैसला लिया और यात्रियों की सुविधा के लिए इस ट्रेन का संचालन शुरू कर दिया है. ट्रेन के शुरू होते ही यात्री इसला लाभ भी लेने लगे हैं. क्योंकि अब तक इस रूट पर यूं तो दर्जनों ट्रेन चल रही थीं. लेकिन वह ट्रेन सुपरफास्ट और एक्सप्रेस श्रेणी की थीं. इस कारण न तो वह हर स्टेशन पर रुककर चलती थीं. साथ ही इन ट्रेनों में अनारक्षित डिब्बों की क्षमता भी काफी कम थी. अनारक्षित स्पेशल ट्रेन चलने से अब रिजर्वेशन के बिना हजारों यात्री सफर कर पाएंगे.


यह है ट्रेन की टाइमिंग


रेलवे के अधिकारियों के मुताबिक 01884 नंबर से चलने वाली ग्वालियर-बीना अनारक्षित स्पेशल ट्रेन रोज ग्वालियर स्टेशन से सुबह 08 बजकर 20 मिनट पर चलेगी. जो शाम साढ़े पांच बजने तक बीना रेलवे स्टेशन पहुंचेगी. वहीं 01883 नंबर की बीना-ग्वालियर अनारक्षित ट्रेन बीना स्टेशन से सुबह 11 बजकर 20 मिनट पर चलेगी. जो रात 10 बजकर 35 मिनट पर ग्वालियर पहुंच जाएगी.


स्टॉपेज में यह स्टेशन हैं शामिल


ग्वालियर-बीना-ग्वालियर अनारक्षित स्पेशल ट्रेन दोनों तरफ से महादेवखेड़ी, सेमरखेड़ी, कंजिया, मुंगावली, गुनेरुबामोरी, पिपरईगांव, रेंहटवास, ओर, पीपलखेड़ा, हिनोता, अशोकनगर, गुना, तरावटा, म्याना, रायसर, बदरवास, लुकवासा, कोलारस, खोंकर, शिवपुरी, खजरी, पाडरखेड़ा, मोहाना, रेंहट, घाटीगांव, पनिहार स्टेशन पर स्टॉपेज लेगी.


यह भी रहें


Presented By 22 BET अंक तालिका प्रीडिक्ट और जीतें होम यूटिलिटी न्यूज़ UTS App: टिकट की लंबी लाइन से चाहते हैं मुक्ति, रेलवे का यूटीएस एप आएगा बहुत काम


Railway: रेलवे स्टेशन पर कैसे बेच सकते हैं स्थानीय उत्पाद, जानें रेलवे की 'एक स्टेशन एक उत्पाद' योजना के बारे में