Indian Railway News: साबरमती एक्सप्रेस के जरिए वाराणसी से उज्जैन जा रहे दस महीने के बच्चे की चलती ट्रेन में तबियत खराब हो गई. हालत यह थी कि बच्चा बेहोश हो गया था. परिजनों के मुताबिक उसकी सांसें अटक गई थीं. ऐसे में जब परिजनों ने आरपीएफ के जवान से संपर्क साधा तो उसने सूझबूझ के साथ अधिकारियों की मदद ली. इसके बाद बच्चे को अस्पताल में भर्ती कराया गया. रविवार में बच्चे को होश आ गया है. मासूम की तबियत में सुधार हुआ तो परिजनों ने रेलवे का आभार जताया है.
यह था पूरा प्रकरण
प्रकरण के अनुसार मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिला निवासी विष्णु सिंह राठौड़ शनिवार को वाराणसी से उज्जैन जा रहे थे. मध्यप्रदेश में सफर के दौरान उनके दस महीने के बेटे विक्रांत की तबियत खराब हो गई. देखते ही देखते वह बेहोश हो गया. परिजनों ने बताया कि इस दौरान उसकी सांसें अटक गई थीं. उन्होंने गाड़ी में तैनात आरपीएफ के जवान को इसकी जानकारी दी.
आरपीएफ जवान ने पहले अधिकारियों को इसकी सूचना दी. बातचीत करते हुए तय हुआ कि गुना रेलवे स्टेशन पर उतारकर बच्चे को अस्पताल ले जाया जाएगा. गुना रेलवे स्टेशन पर गाड़ी रुकी तो सक्रिय हुए अधिकारी व जवानों ने बच्चे को रेलवे के अस्पताल पहुंचाया. यहां तबियत नहीं सुधरी तो जिला अस्पताल ले गए. जहां बच्चे को रविवार के दिन होश आ गया है.
इस तरह सक्रिय हुए रेलवे के अधिकारी
आरपीएफ के जवान संदीप कुमार सैनी को जैसे ही सूचना मिली. वैसे ही उन्होंने आरपीएफ टीआई और डिप्टी स्टेशन मास्टर को इसकी सूचना दी. सूचना पर ट्रेन के पहुंचने से पहले ही सभी सक्रिय हो गए और बच्चे को अस्पताल तक पहुंचाने के लिए विभिन्न इंतजाम किये गए. जबकि जिला अस्पताल में चिकित्सक के साथ नर्सों ने बच्चे की देखभाल की.
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