Kisan Suvidha: किसानों की आय दोगुनी करने के लिए केंद्र सरकार की ओर से कई योजनाओं की शुरुआत की गई है. किसानों को बुवाई से लेकर फसल के अच्छे दाम देने तक के लिए सरकार ने अलग-अलग योजनाओं को पेश किया है. ये योजनाएं किसानों को सामाजिक और आर्थिक सुविधाएं देती हैं.
केंद्र सरकार की ओर से चलाई जाने वाली पांच ऐसे ही योजनाओं के बारे में जानकारी दी गई है, जो किसानों को आर्थिक सहायता देने से लेकर फर्टिलाइजर, फसल बेचने की सुविधा और बीमा आदि का लाभ देती हैं. इन योजनाओं का लाभ उठाने के लिए किसानों को किसी तरह का शुल्क नहीं देना होता है. इन सभी सुविधाओं का लाभ किसान सुविधा पोर्टल के तहत उठाया जा सकता है.
पीएम किसान सम्मान निधि योजना
किसानों की आर्थिक सहायता के लिए प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की शुरुआत 2019 के फरवरी माह में किया गया था, लेकिन इसे दिसंबर 2018 में ही लागू कर दिया गया था. इस योजना के तहत किसानों को हर चार महीने पर 2000 रुपये की किस्त दी जाती है. किसानों को यह किस्त साल में तीन बार दिया जाता है यानी कि सालाना 6000 रुपये इस योजना के तहत दिया जाता है. अभी तक इस योजना के तहत 12वीं किस्त जारी की जा चुकी है.
फर्टिलाइजर सब्सिडी स्कीम
किसानों को फर्टिलाइजर पर सब्सिडी देने के लिए सरकार ने फर्टिलाइजर योजना को पेश किया है. इस योजना के तहत किसानों को कम दाम पर फर्टिलाइजर दी जाती है. यह सब्सिडी सरकार फर्टिलाइजर जारी करने वाली कंपनियों को दी जाती है, जिसके कारण किसानों को कम दाम पर फर्टिलाइजर मिलता है.
किसान रथ योजना
यह योजना भारत सरकार की ओर से लाॅकडाउन के दौरान शुरू की गई थी. इस योजना के तहत किसान अपनी फसल को बाजार तक पहुंचा सकता है और अच्छे दाम पर बेच सकता है. किसान इस योजना के तहत सब्जी से लेकर धान, गेहूं आदि को बाजार तक पहुंचा सकता है.
क्रॉप इंश्योरेंस
किसानों के फसलों को आपदा से हुए नुकसान की भरपाई के लिए केंद्र सरकार ने फसल बीमा योजना की शुरुआत की है. यह योजना किसानों को हुए फसलों के नुकसान का लाभ देती है. फसल नुकसान होने पर 72 घंटो में फसल खराब होने की शिकायत क्रॉप इंश्योरेन्स के तहत दर्ज करा सकते हैं. 72 घंटे के अंदर शिकायत दर्ज कराने पर ही बीमा का लाभ मिलेगा. इस बारे में ज्यादा जानकारी के लिए हेल्पलाइन नंबर 1800.180.1551 पर संपर्क कर सकते हैं.
एग्रीकल्चर मार्केटिंग और प्रोक्योरमेंट
इसके तहत किसानों को अपनी फसल को बेचने की सुविधा दी जाती है. किसान इस पर रजिस्ट्रेशन करवाकर नजदीकी मार्केट में अपने फसलों को बेच सकते हैं. साथ ही व्यापारी यहां से किसानों को उचित दाम में खरीद सकते हैं.