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(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)

क्या होता है बाइसिकिल शेयरिंग सिस्टम, जानें इसके फायदे

बाइसिकिल शेयरिंग सिस्टम एक नई परिवहन समाधान है जो लोगों को सार्वजनिक रूप से साझा की गई साइकिलों का उपयोग करके एक स्थान से दूसरे स्थान तक जाने की सुविधा देता है. आइए जानते हैं इसके बारे में ..

बढ़ते शहरीकरण और वाहनों की बढ़ती संख्या के कारण अधिकांश शहरों में यातायात की समस्या एक बड़ी चुनौती बन गई है. सड़कों पर वाहनों की भारी भीड़ के कारण जाम लगना आम बात हो गई है, जिससे लोगों का बहुत समय बर्बाद होता है. लेकिन, अगर अधिक से अधिक बाइसिलकिल शेयरिंग का प्रयोग शुरू कर दें तो इस समस्या में काफी सुधार आ सकता है. बाइसिकिल शेयरिंग सिस्टम, जिसे साइकिल शेयरिंग या सार्वजनिक साइकिल कार्यक्रम भी कहा जाता है.

यह एक ऐसी सुविधा हैं जो लोगों को साइकिल किराए पर लेने की सुविधा देती है. यह विशेष रूप से शहरी क्षेत्रों में अधिक लोकप्रिय है, जहां लोग छोटी दूरी की यात्राओं के लिए साइकिल का उपयोग कर सकते हैं. इसके लिए कई  शहर में विभिन्न स्थानों पर बाइसिकल स्टेंड होते हैं जहां लोग अपनी बाइसिकल छोड़ सकते हैं या ले सकते हैं. मोबाइल ऐप्स के जरिये बाइसिकल की उपलब्धता और लोकेशन की जानकारी मिल जाती है. यह पर्यावरण के अनुकूल और सस्ता ट्रांसपोर्ट का विकल्प देता है. जानें इसके फायदे यहां..

पर्यावरण-अनुकूल
साइकिल शेयरिंग एक ऐसी सेवा है जो शहरों में पर्यावरण को बेहतर बनाने में मदद कर सकती है. इसमें लोग अपनी साइकिल को कुछ समय के लिए शेयर कर सकते हैं, जिससे दूसरे लोग उसे इस्तेमाल कर सकें. यह सिस्टम पर्यावरण के अनुकूल है क्योंकि साइकिलें किसी भी प्रकार का कार्बन उत्सर्जन नहीं करतीं. जब हम साइकिलों का इस्तेमाल करते हैं तो हमारे वाहनों से होने वाले प्रदूषण की मात्रा कम हो जाती है. इसलिए, साइकिल शेयरिंग जैसी सेवाएं शहरों के पर्यावरण को सुधारने और प्रदूषण को कम करने में बहुत मददगार साबित हो सकती हैं.  यदि अधिक से अधिक लोग इन सेवाओं का लाभ उठाएं तो हम एक स्वच्छ और हरा-भरा शहर बना सकते हैं. 

स्वास्थ्य लाभ
साइकिल चलाने से हमारा शरीर भी स्वस्थ रहता है. नियमित साइकिल चलाने से शारीरिक फिटनेस में सुधार होता है और मोटापा, हृदय रोग, और मधुमेह जैसी बीमारियों के जोखिम को कम किया जा सकता है. 

यातायात जाम में कमी
साइकिल एक ऐसा परिवहन का साधन है जो सड़कों पर जगह नहीं लेती, साथ ही इससे कोई प्रदूषण भी नहीं होता. अगर अधिक लोग साइकिल चलाने लगें तो सड़कों से वाहनों की संख्या कम होगी. जिससे यातायात की समस्या में बहुत राहत मिलेगी. ट्रैफिक जाम की समस्या भी काफी हद तक कम हो जाएगी. इस तरह साइकिल के उपयोग से हम अपने शहरों के यातायात को बेहतर बना सकते हैं.

आर्थिक लाभ
साइकिल शेयरिंग एक ऐसी सुविधा है जिसका उपयोग करके हम अपनी यात्राओं का खर्च काफी कम कर सकते हैं. जब हम किसी वाहन जैसे कार, बाइक या स्कूटर का उपयोग करते हैं तो उसमें ईंधन का खर्च, पार्किंग का शुल्क और उस वाहन के रखरखाव का बहुत अधिक खर्च आता है. लेकिन साइकिल शेयरिंग से हम महज कुछ ही रुपये में कहीं भी साइकिल लेकर जा सकते हैं. इसमें न तो कोई ईंधन की ज़रूरत है, और न ही महंगा रखरखाव करने की. साथ ही साइकिल जगह भी बहुत कम लेती है इसलिए पार्किंग के लिए भी कोई शुल्क देने की जरूरत नहीं है. 

जानें इसका फायदा कैसे उठाएं 
इस सिस्टम की सफलता उपयोगकर्ताओं द्वारा इसके उपयोग और समुदाय के समर्थन पर निर्भर करती है. बाइसिकिल शेयरिंग के लिए विभिन्न ऐप्स और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स उपलब्ध हैं, जो उपयोगकर्ताओं को निकटतम साइकिल शेयरिंग स्टेशन तक पहुंचने और साइकिल किराए पर लेने में सहायता करते हैं. इसको दुनिया भर के अनेक शहरों में अपनाया जा रहा है. उपयोगकर्ता एक निर्धारित स्थान से साइकिल ले सकते हैं, अपनी यात्रा को पूरा कर सकते हैं, और फिर इसे किसी दूसरे निर्धारित स्थान पर वापस कर सकते हैं.

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