Indian Railways: नए दौर के साथ भारत में तमाम चीजें भी तेजी से बदल रही हैं, टेक्नोलॉजी इतनी आगे बढ़ चुकी है कि अब हर चीज आसान हो गई है. ट्रेन का सफर भी अब काफी सुविधाजनक और आरामदायक हो चुका है. देश में वंदे भारत और तेजस जैसी सुपरफास्ट ट्रेन हैं, जिनमें आपको ये फील नहीं होगा कि आप किसी ट्रेन में बैठे हैं. यानी ट्रेन की यात्रा को भी आप लग्जीरियस बना सकते हैं. अब इसी टेक्नोलॉजी के चलते कई बार यात्रियों को मायूस भी होना पड़ता है, जब वंदे भारत के ऑटोमैटिक गेट बंद हो जाते हैं तो कई यात्रियों की ट्रेन छूट जाती है. 


खुद ही बंद हो जाते हैं दरवाजे
दरअसल वंदे भारत और तेजस जैसी ट्रेनों में अब ऑटोमैटिक डोर ओपन एंड क्लोज का सिस्टम है. यानी दरवाजे खुद ही वक्त के हिसाब से बंद हो जाते हैं, ऐसे में आप फिल्मी स्टाइल में भागकर ट्रेन नहीं पकड़ पाएंगे. इन ट्रेनों के मूव होने से पहले ही दरवाजे खुद बंद हो जाते हैं, जिसके बाद ट्रेन चलनी शुरू होती है. अब अगर आप भी वक्त पर नहीं पहुंच पाए और दरवाजे बंद होने की वजह से आपकी ट्रेन छूट गई तो आप क्या कर सकते हैं?


टिकट का पैसा ले सकते हैं वापस
अगर आपकी ट्रेन छूट जाती है तो आपके पास ज्यादा विकल्प नहीं होंगे, क्योंकि किसी दूसरे स्टेशन पर ट्रेन को पकड़ना काफी मुश्किल होगा. ऐसे में आप अपने पैसे वापस लेने की कोशिश जरूर कर सकते हैं. ट्रेन का पूरा चार्ट पहले से तैयार हो जाता है, जिसके बाद आप अपना टिकट कैंसिल नहीं कर सकते हैं. ऐसे में आपको टिकट डिपोजिट रिसीप्ट भरनी होती है. इसमें आपको बताना होगा कि ट्रेन के दरवाजे बंद होने के चलते या किसी और कारण से आप यात्रा नहीं कर पाए. 


इस फॉर्म को आपको ट्रेन छूटने के एक घंटे के भीतर ही भरना होगा, इसके बाद आपको पैसे नहीं मिलेंगे. ऑनलाइन भी आप डिपोजिट रिसीप्ट भर सकते हैं. अगर आपका टिकट कंफर्म है, तभी आपको ये सुविधा दी जाती है. सभी दावे सही पाए जाने पर आपको 15 से 45 दिन के भीतर टिकट का पैसा मिल जाता है. 


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