Vande Bharat Express Train: भारतीय रेलवे दुनिया की चौथी सबसे रेल व्यवस्था है. रोजाना देश में करोड़ों लोग ट्रेन से सफर करते हैं. रेलवे रोजाना इन यात्रियों के लिए हजारों की संख्या में ट्रेनें संचालित करता है. जिनमें कुछ मेल ट्रेनें होती हैं. तो कुछ सुपरफास्ट ट्रेनें होती है. साल 2019 में भारत में वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन शुरू की गई थी.


यह ट्रेन फिलहाल भारत की सबसे तेज गति से चलने वाली ट्रेन है. देश में अगर बात की जाए तो 100 से भी ज्यादा वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनेें संचालित होती हैं.  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 31 अगस्त को 3 नई वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई है. अब देश के इन शहरों के बीच भी आपको दौड़ती दिखाई देगी वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन. जिससे इन शहरों के लाखों लोगों को होगा फायदा. चलिए जानते हैं पूरी खबर. 


मेरठ-लखनऊ के बीच चलेगी नई वंदे भारत 


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पश्चिमी यूपी लोगों को रेलवे की नई सौगात दी है. अब मेरठ से लखनऊ जाने के लिए लोगों को ज्यादा समय नहीं लगेगा. वंदे भारत एक्सप्रेस से मात्र कुछ ही घंटे में यह सफर पूरा हो जाएगा. बता दें मेरठ और लखनऊ के बीच चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस इस रूट की सबसे तेज ट्रेन होगी.


वंदे भारत एक्सप्रेस मेरठ से लखनऊ और लखनऊ से मेरठ 7 घंटे 10 मिनट के समय में पहुंचा देगी. जो सामान्य ट्रेनों के मुकाबले काफी कम हैं. इसके किराए की बात की जाए तोलखनऊ से मेरठ के लिए चेयर कार 1300 रुपये और एग्जीक्यूटिव चेयर कार 2365 रुपये में बुक होगी. मेरठ से लखनऊ के लिए चेयर कार 1355 रुपये और एग्जीक्यूटिव चेयर कार के लिए 2415 रुपये देने होंगे.


मदुरै से बेंगलुरु के लिए 


इसके अलावा पीएम मोदी ने मदुरै और बेंगलुरु के लिए भी वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाई है. मदुरै से बेंगलुरु के बीच में सामान्य तौर पर ट्रेन का सफर 9.5 घंटे और उससे ज्यादा का होता है. लेकिन अब वंदे भारत एक्सप्रेस के चलने से यात्रियों का डेढ़ घंटे का समय बचेगा. अब वंदे भारत एक्सप्रेस से सफर करने वाले यात्री मात्र 8 घंटा 15 मिनट में ही  मदुरै से बेंगलुरु और बेंगलुरु से मदुरै पहुंच जाएंगे. 


चेन्नई से नागरकोइल 


प्रधानमंत्री मोदी ने दक्षिण भारत में रेल कनेक्टिविटी को बढ़ाने के लिए चेन्नई से नागरकोइल की सेवा को जोड़ते हुए वंदे भारत एक्सप्रेस शुरू की है. 724 किलोमीटर के इस सफर को वंदे भारत एक्सप्रेस सिर्फ 9 घंटे में ही तय करेगी. जबकि अन्य ट्रेनें इस दूरी के लिए 11 से 12 घंटे का समय लेती हैं.  


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