Fan Blades : सीलिंग फैन का इस्तेमाल हम सभी अपने घरों, ऑफिसों आदि में करते हैं. ये हमें गर्मी से राहत देता है. गर्मी के दिनों में ये हमारे घर, ऑफिस को ठंडा रखने का काम करते हैं. आपने गौर किया होगा कि हमारे घर व ऑफिस में इस्तेमाल होने वाले पंखे चाहे जिस भी कंपनी के हों, लेकिन इन सब में एक चीज कॉमन होती है. वह है इन फैंस में लगे ब्लेड्स की संख्या. आपने गौर किया होगा कि सीलिंग फैन में तीन ब्लेड होते हैं. क्या आपने कभी ये सोचने की कोशिश की है कि आखिर इसमें 3 ब्लेड ही क्यों होते हैं? ऐसा नहीं है कि सभी जगह सीलिंग फैन 3 ब्लेड वाले ही होते हैं, ठंडे देशों में ज्यादातर 4 ब्लेड वाले पंखे का इस्तेमाल किया जाता है. दरअसल, पंखों में लगे ब्लेड्स की संख्या पर भी विज्ञान काम करती है. आइए इस विज्ञान को समझते हैं.
यह है इसके पीछे का विज्ञान
विज्ञान के अनुसार, किसी भी फैन में जितने ज्यादा ब्लेड होते हैं वह उतनी ही कम हवा देता है. ज्यादा ब्लेड्स होने की स्तिथि में मोटर पर ब्लेड्स का लोड बढ़ता है. जिन देशों में कम तापमान होता है वहां के पंखों में ब्लेड्स की संख्या इसीलिए बढ़ा दी जाती है. जिससे उनकी हवा कम हो जाए. जिन पंखों में कम ब्लेड्स लगे होते हैं वे पंखे ज्यादा हवा देते हैं. भारत में मौसम गर्म रहता है, इसलिए भारत जैसे देशों में तीन ब्लेड्स वाले फैन का इस्तेमाल किया जाता है. ब्लेड्स की संख्या कम होने पर पंखे की स्पीड तेज होती है और तेज हवा लगती है.
विदेशों के पंखों में रहते हैं 4 ब्लेड
जिन देशों की जलवायु ठंडी होती है जैसे अमेरिका, वहां 4 ब्लेड्स वाले पंखे होते हैं. 4 ब्लेड्स वाले पंखों की गति कम होती है और इसने 3 ब्लेड्स की तुलना में कम हवा आती है. ठंडी जलवायु वाले क्षेत्रों में अधिक तेज हवा वाले पंखों की आवश्यकता नहीं होती है. इसलिए ऐसी जगहों पर 4 ब्लेड वाले पंखे इस्तेमाल किए जाते हैं. जिस पंखे में ब्लेड्स कम होते हैं, उन पंखों के मोटर पर लोड भी कम ही पड़ता है और वो तेजी से घूमते हैं. पंखे में ब्लेड्स की संख्या बढ़ने पर उसके मोटर पर लोड बढ़ता है और पंखा धीमे घूमने लगता है. गौरतलब है कि कम ब्लेड वाले पंखे को वेंटिलेशन के लिए इस्तेमाल किया जाता है.
यह भी पढ़ें -
अक्सर वस्तुओं को छूने पर करेंट क्यों महसूस होता है? कागज-कंघी पर क्यों चिपकते हैं बाल?