Pradhan Mantri Gareeb Kalyan Ann Yojana: केंद्र और राज्य सरकार (Government) की ओर से गरीब परिवारों की आर्थिक और समाजिक सहायता के लिए प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (Pradhan Mantri Gareeb Kalyan Ann Yojana) की शुरुआत की गई है. पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत देश के गरीब परिवारों को अन्न दिया जाता है, जिसके लिए सरकार कोई भी चा​र्ज वसूल नहीं करती है. इस योजना के तहत राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को 3.91 लाख करोड़ रुपये की खाद्य सब्सिडी दी जा चुकी है और 1,118 लाख टन राशन बांटा जा चुका है. 


प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (PMGKAY) की शुरुआत अप्रैल 2020 को की गई थी. इस योजना को कई बार बढ़ाया जा चुका है. सितंबर के अंत में इस योजना को दिसंबर 2022 तक तीन महीने के लिए बढ़ा दिया गया था. अब एक बार फिर इसे बढ़ाने को लेकर चर्चा चल रही है. इस योजना के तहत सरकार गरीबों को 5 किलो गेहूं और चावल मुफ्त में देता है. 


80 करोड़ गरीबों को दिया जाता है लाभ 


प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना, एनएफएसए (NFSA) के तहत दिए जाने वाले राशन से अतिरिक्त राशन देता है. राशन कार्ड होने पर ही लोगों को इस योजना के तहत लाभ दिया जाता है. अगर किसी भारतीय नागरिक के पास राशन कार्ड नहीं है तो इस योजना के तहत राशन नहीं मिलेगा. पीएमजीकेएवाई के तहत 80 करोड़ गरीब परिवारों को 5 किलो चावल और गेहूं यूनिट के हिसाब से दिया जाता है. 


कहां से उठा सकते हैं लाभ 


पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत राशन कार्ड रखने वाले लोगों और जिनका राशन कार्ड आधार से लिंक है, उसे ही लाभ दिया जाता है. इसे आप  नजदीकी सरकारी दुकान से प्राप्त कर सकते हैं. सभी जानकारी सही होने पर दुकानदार इस योजना के तहत राशन देगा. 


कब कितना दिया गया राशन 


लोकसभा में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने जानकारी दी थी कि वित्त वर्ष 2020-21 में PMGKAY को पेश करने के दौरान ही 1,13,185 करोड़ रुपये दिए गए  थे, जबकि 2021-22 में 1,47,212 करोड़ रुपये और 2022-23 वित्तीय वर्ष में 1,30,600 करोड़ रुपये जारी की गई थी. 


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