Trade Fair IITF 2023: दिल्ली में 14 नवंबर से 27 नवंबर तक चलने वाले अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले की शुरुआत हो चुकी है, जो प्रगति मैदान में हो रहा है. मेले में हर दिन लगभग 30-40 हजार लोगों की भीड़ आ रही है, और वीकेंड और छुट्टियों के दौरान यह संख्या लगभग एक लाख तक पहुंच सकती है. बता दें कि 14 से 18 नवंबर के बीच केवल बिजनस विजिटर्स को मेले में जाने की अनुमति थी. जबकि 19 से 27 के बीच यह आम लोगों के लिए भी खुला रहेगा. एडवाइजरी के मुताबिक, गेट नंबर 5-ए, 5-बी, 7, 8 और 9 से विजिटर्स का प्रवेश नहीं है. विजिटर्स को गेट नंबर 1, 4, 6, 10 से प्रवेश की अनुमति दी गई है. आइए इसके बारे में डिटेल जानकारी लेते हैं.
क्या होता है ट्रेड फेयर?
ट्रेड फेयर एक बिजनेस इवेंट होता है जो विभिन्न प्रोडक्ट्स और सर्विसेज के बीच व्यापार को बढ़ावा देने के लिए आयोजित किया जाता है. यहां पर विभिन्न व्यापारिक उत्पादों को दिखाया जाता है, जैसे की इलेक्ट्रॉनिक्स, वस्त्र, खाद्य और पेय, गैजेट्स, ज्वेलरी, फर्नीचर, वाहन, और अन्य कई भी दूसरे प्रोडक्ट. यहां व्यापारिक लेन-देन होता है और नए बिजनेस नेटवर्क बनाए जाते हैं. ट्रेड फेयर एक मंच प्रदान करता है जहां बिजनेस डील्स हो सकते हैं.
इन्हें मिलती है वहां अपने स्टॉल लगाने की अनुमति
ट्रेड फेयर में अपने स्टॉल लगाने की अनुमति व्यापारिक संस्थान, मैन्युफैक्चरर्स, फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशंस, लोकल बिजनेस, छोटे स्टार्टअप, और अन्य बिजनेस संबंधित व्यक्तियों को मिलती है. यहां वे अपने प्रोडक्ट्स और सर्विसेज को प्रदर्शित कर सकते हैं और व्यापारिक समझौतों को आगे बढ़ा सकते हैं. वहां जाने की सोचने वाले सभी बिजनेसेज को एक बात का खास ध्यान रखना होता है कि वह अपने प्रोडक्ट को इंटरनेशनल लेवल पर सेल कर सकें. यानी कि उन्हें एक्सपर्ट करने की क्षमता जरूरी होती है. क्योंकि ट्रेड फेयर एक इंटरनेशनल इवेंट होता है. यह नियम भारतीय बिजनेस के लिए है. जोधपुर में 7 साल से अपनी मैन्यूफेक्चरिंग यूनिट चला रहे दिग्विजय सेंगर बताते हैं कि इसके लिए एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल का मेंबर बनना होता है. यह भारत सरकार के मिनिस्ट्री ऑफ कॉमर्स के साथ मिलकर काम करती है. यह काउंसिल हैंडीक्राफ्ट से लेकर दूसरे फील्ड में काम करती है.
विदेशी कंपनियों को भी मिलता है मौका
आपको जानकर हैरानी होगी कि इस ट्रेड फेयर में कई देशों की कंपनियां अपने प्रोडक्ट को वहां पेश करती हैं. सरकार के तरफ से विदेशी कंपनियों के लिए एक अलग से हॉल तैयार किया जाता है. जहां पार्टनर देशों के तरफ से वहां बिजनेस के लिए अपने स्टॉल लगाए जाते हैं. विदेशी कंपनियों के फेयर में मिल रहे बिजनेस के अनुभव के बारे में जब हमने बात की तो पता चला कि उन्हें वहां काफी अच्छा रेस्पॉन्स मिल रहा है. कार्चर इंडिया (जो जर्मनी स्थित कार्चर की इंडियन सब्सिडियरी हैं) ने भी IITF मैं अपना स्टॉल लगाया था. कार्चर इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर जतिंदर कॉल से हमने पूछा कि इंडियन सस्ती कीमतों में बेस्ट प्रोडक्ट की डिमांड करते हैं तो इस पर उनका क्या विचार है. उनकी कंपनी तो प्रीमियम प्रोडक्ट सेल कर रही है. उन्होंने कहा कि उनकी कंपनी अभी क्वॉलिटी प्रोडक्ट्स कॉम्पिटिटर्स के प्राइस से अपेक्षाकृत बेस्ट रेट पर दे रही है. जो आम लोगों को एक अच्छी सर्विस देगी. उनका मानना है कि किसी भी कंपनी को इंडिया में सर्वाइव करना है तो प्रोडक्ट और कीमतों में बैलेंस करना पड़ेगा. बता दें कि यह कंपनी घरों और दफ्तरों के लिए साफ सफाई से रिलेटेड प्रोडक्ट तैयार करती है.
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