Diversify Portfolio: एक कहावत है कहीं पर निगाहें कहीं पर निशाना, लेकिन बड़े निवेशक के लिए यह कहीं पर निगाहें प्रॉफिट पर निशाना होता है. आप ऐसा निशाना तब तक नहीं साध सकते हैं. जब तक कि आपका पोर्टफोलियो डायवर्सिफाइ नहीं हो जाता. देखिए पोर्टफोलियो डायवर्सिफाई करने का मतलब होता है कि आप सभी तरह के ऐसेट में अपना पैसा लगाएं, जिसमें बॉन्ड, म्यूचुअल फंड, स्टॉक मार्केट और गोल्ड आता है.


कैसे मिलता है इसका फायदा


मान लीजिए कि कभी स्टॉक मार्केट में गिरावट देखी जा रही है और आपने अपना पैसा स्टॉक मार्केट के साथ गोल्ड और बॉन्ड में लगा रखा है तो आपका पोर्टफोलियो नुकसान में नहीं जाएगा. मार्केट में नहीं बल्कि आपके सेलेक्टेड शेयर में गिरावट आ रही है. और आपका पैसा म्यूचुअल फंड में है तो आपका पोर्टफोलियो वहां भी बैलेंस बनाकर रखता है. 1 करोड़ के फंड तैयार करने के बारे में आपको बताएं उससे पहले अलग-अलग मार्केट का रिटर्न समझ लेते हैं. स्टॉक मार्केट का देखें तो वह सालाना 12 फीसदी का औसत रिटर्न देता है. 


गोल्ड ने रिटर्न से किया है बोल्ड


गोल्ड ने साल 2022 में 15 फीसदी का रिटर्न दिया है. म्यूचुअल फंड की बात करें तो अकेले इक्विटी फंड ने औसतन 17 पर्सेंट का रिटर्न दिया है. वैसे बता दें कि म्यूचुअल फंड औसतन 12-15 फीसदी का रिटर्न देता है. यही हाल बॉन्ड का भी है. इसे सरकारें और फंड हाउसेसज जारी करते हैं. इसमें आपको फिक्स्ड रिटर्न मिलता है. अगर आकड़ें की गणित समझ चुके हैं तो अपने फंड को आज से ही डायवर्सिफाई करना शुरू कर दीजिए. क्योंकि मार्केट अपने रफ्तार में चलेगा अब सवाल ये है कि आप मार्केट की अर्जून बन कर बिग बुल के सफर को पूरा कर पाते हैं या किसी एक एसेट के चक्रव्यूहू में फंस कर बेयरिश का शिकार हो जाते हैं.


ये भी पढ़ें: आज है Black Friday! क्या होता है इस दिन, लोग क्या करते हैं… यहां जानें सबकुछ


खेलें इलेक्शन का फैंटेसी गेम, जीतें 10,000 तक के गैजेट्स 🏆 *T&C Apply