एक्सप्लोरर
होम लोन EMI कैलकुलेटर
Monthly EMI: ₹ 0
Principal Amount: ₹ 500000
Total Interest: ₹ 0
Total Payment: ₹ 0
Principal Amount
Interest Amount
होम लोन से आप क्या समझते हैं और ये क्यों जरूरी है?
होम लोन और हाउसिंग लोन वो पैसा है जो ग्राहक घर खरीदने के लिए किसी कर्जदाता से लेता है और ये सामान्य तौर पर कोई बैंक या हाउसिंग फाइनेंस कंपनी होते हैं. होम लोन लेते समय आपको कुछ बातें मुख्य तौर पर ध्यान में रखनी होंगी जैसे- ब्याज दर, लोन की कुल रकम, लोन की अवधि और क्रेडिट स्कोर.होम लोन की ईएमआई को जानना क्यों जरूरी है?
इक्वेटेड मंथली इंस्टॉलमेंट्स (ईएमआई) लोन चुकाने का माध्यम होती हैं और ये लोन के प्रिंसिपल अमाउंट और लोन के ब्याज को धीरे धीरे मासिक आधार पर चुकाने का काम करती हैं जब तक लोन पूरी तरह चुकता नहीं हो जाता है. हर ईएमआई में प्रिंसिपल लोन अमाउंट और ब्याज जो चुकाया जाना है उसका कंपोनेंट होता है. लोन लेने का कोई भी फैसला इस बात के बिना तय नहीं किया जा सकता है कि लोन की कुल अवधि कितनी होगी और इसकी ईएमआई कितनी बैठेगी. क्रेडिट कार्ड स्कोर/क्रेडिट हिस्ट्री आपके होम लोन की ईएमआई तय करने में मददगार होती है.घर खरीदने का सपना पूरा करने के लिए ईएमआई कैलकुलेशन से कैसे मदद मिलती है?
रियल स्टेट के बढ़ते दामों और जरूरत से कम फंड के चलते अपना घर खरीदना बहुतों के लिए मुश्किल हो सकता है. हालांकि होम लोन के जरिए लोगों को अपनी सारी सेविंग एक झटके में खत्म करने से भी छुटकारा मिलता है और वो अपने सपनों का घर आसानी से खरीद सकते हैं. होम लोन ईएमआई कैलकुलेटर के जरिए आपको होम लोन की इंस्टॉलमेंट्स का पता चल जाता है जो आपको रेगुलर इंटरवल पर देनी होगी. ये आपको होम लोन प्लान लेने में एक बेहद जरुरी फाइनेंशियल प्लानिंग टूल के रूप में काम आता है और आप अपना निर्णय ले पाते हैं.ईएमआई जानने से आपको घर खरीदने की प्लानिंग में क्या मदद मिलती है?
ईएमआई कैलकुलेशन आपको स्पष्ट रकम के बारे में बताता है कि हर महीने आपको कितनी रकम होम लोन चुकाने में देनी होगी जिससे आप एक सही फैसला ले सकते हैं कि लोन लेना आपको बजट में है या नहीं. ये आपको प्रॉपर्टी की कॉस्ट से जुड़ी अन्य बातों के बारे में भी बताता है जिससे आप जान पाते हैं कि होम लोन लेने के बाद आपको हर महीने कितनी रकम अलग निकालकर रखनी होगी और आप होम लोन लेने की स्थिति में है या नहीं.होम लोन की ईएमआई कब शुरू होती है?
अंडर कंस्ट्रक्शन प्रॉपर्टी के लिए आम तौर पर ईएमआई तब शुरू होती है जब बनने वाला घर कर्जदाता को मिल जाता है. हालांकि आप ईएमआई देने का विकल्प अपने आप चुन सकते हैं और जैसे-जैसे आपको घर का डिस्बर्समेंट मिलता है वैसे-वैसे आपकी ईएमआई भी उसी अनुसार बढ़ती जाती है. रीसेल प्रॉपर्टी के मामले में डिस्बर्समेंट के महीने से ही होम लोन के पूरे अमाउंट पर ईएमआई लगना शरू हो जाती है.बिजनेस
आरबीआई रेपो रेट के घटने से ऐसे होगी होम लोन लेने वालों की सेविंग्स, 50 लाख के लोन पर होगा इतना फायदा
बिजनेस
RBI के फैसले के बाद 25 लाख, 50 लाख या 1 करोड़ के होमलोन पर अब कितना देना होगा EMI! जानें डिटेल्स
बिजनेस
होम लोन वालों को HDFC ने दी खुशखबरी! 7 जनवरी से लागू हो जाएगा ये फैसला
लोन
प्रॉपर्टी के कागजात गिरवी रखे बिना मिलेगा होम लोन, जानिए सरकार क्या ला रही स्कीम
Advertisement
टॉप हेडलाइंस
महाराष्ट्र
इंडिया
इंडिया
बॉलीवुड
Advertisement
Advertisement
Advertisement