अयोध्या मामला: राम विलास वेदांती बोले, राममंदिर पर निर्णय हो चुका है सिर्फ घोषणा बाकी है
रामजन्मभूमि न्यास के कार्यकारी अध्यक्ष रामविलास वेदांती ने कहा कि जिस जगह राम का जन्म हुआ है वही भव्य मन्दिर बनेगा. मंदिर के 84 कोशी परिक्रमा के अंदर कोई भी मस्जिद का निर्माण नहीं होगा.
जालौन: अयोध्या भूमि विवाद पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला नवंबर के दूसरे हफ्ते में कभी आ सकता है. फैसले से पहले उत्तर प्रदेश प्रशासन सुरक्षा को लेकर बेहद सतर्क हो गया है. इसी बीच रामजन्म भूमि न्यास के वरिष्ठ सदस्य डॉ. रामविलास वेदांती ने बुधवार को कहा कि राममंदिर पर निर्णय हो चुका है, और सिर्फ घोषणा होनी बाकी है. वेदांती जालौन के देवनपुरवा में पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे.
वेदांती ने कहा कि राम मंदिर पर निर्णय तो जज कर चुके हैं सिर्फ घोषणा होनी बाकी है. उन्होंने बताया कि "अयोध्या मामले में जितने भी जन्मस्थान के साक्ष्य हैं, वे सभी रामलला से जुड़े हुए हैं. राम लला के नाम से सरयू नदी, रामघाट, राम वार्ड, राम थाना है. ये सभी हमारे धार्मिक ग्रंथों में वर्णित हैं."
वेदांती ने कहा कि जितना विरोध मुसलमानों ने नहीं किया, उससे ज्यादा कांग्रेस ने किया, और कांग्रेस ने हिन्दू-मुस्लिम को लड़ाने का काम किया.
वेदांती ने कहा, "वर्ष 1993 में सैयद शहाबुद्दीन ने लोकसभा में कहा था कि यदि वहां रामजन्म के सम्बंध में कोई भी साक्ष्य मिलते हैं तो वहां राम मंदिर निर्माण करवाया जाए. खुदाई के दौरान जो भी साक्ष्य मिले हैं वह पूर्णतया रामजन्म के स्थान को सिद्घ करते हैं. यह नजूल की भूमि है और नजूल भूमि पर केंद्र सरकार का अधिकार होता है."
उन्होंने आगे कहा, "धारा 370 हटाए जाने पर जितना दुख कांग्रेस को हुआ उतना तो जम्मू-कश्मीर के मुस्लिम समाज के लोगों को भी नहीं हुआ. भारत के 80 प्रतिशत मुसलमान रामजन्म भूमि के पक्ष में हैं. आतंकवाद से जुड़े लोग राम मंदिर के विरोध में हैं."
वेदांती ने इससे पहले कहा था कि अयोध्या में राम मंदिर को लेकर सुप्रीम कोर्ट एक हंस तरह ही अपना फैसला सुनाने वाला है. वेदांती ने उम्मीद जताई कि 17 नवंबर तक सुप्रीम कोर्ट में राम मंदिर का निर्णय आ जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि हम सुप्रीम कोर्ट में आस्था रखते हैं. जो भी निर्णय आएगा उसका सम्मान होगा.
ओपी सिंह ने कहा- हम पूरी तरह से हैं तैयार राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद मामले में 17 नंवबर से पहले फैसला आ सकता है. फैसले के वक्त कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सुरक्षा इंतजाम किए जा रहे हैं. इसी बीच उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने कहा कि शरारती तत्वों से निपटने के लिए राज्य पुलिस पूरी तरह से तैयार है और अगर जरूरत पड़ी तो उन लोगों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) के तहत कार्रवाई की जाएगी जो माहौल बिगाड़ने की कोशिश करेंगे.
चप्पे चप्पे पर नजर रखे हुए हैं वालंटियर्स और पुलिसकर्मी ओपी सिंह ने कहा कि हमारा इंटेलीजेंस पूरी तरह सक्रिय है. हमने सभी पुलिस अधीक्षकों और डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट को निर्देशित किया है कि समुदाय से जनता से संपर्क बनाए रखें. किसी भी परिस्थिति में किसी को कानून व्यवस्था से खिलवाड़ करने की इजाजत नहीं होगी. हमारे वालंटियर्स और पुलिसकर्मी चप्पे चप्पे पर नजर रखे हुए हैं.
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