गोरखपुर: अयोध्या मामले पर फैसला आने के पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शहर गोरखपुर में हलचल तेज हो गई है. पुलिस और प्रशासन किसी भी तरह की कोई कोताही नहीं बरतना चाहता है. यही वजह है कि लगातार मॉक ड्रिल, दंगा नियंत्रण को लेकर पूर्वाभ्यास और फ्लैग मार्च तक किए जा रहे हैं. बुधवार देर शाम गोरखनाथ इलाके में पुरुष और महिला पुरुषकर्मियों के साथ आलाधिकारियों ने फ्लैग मार्च किया. इस दौरान घुड़सवार दस्ता भी फ्लैग मार्च में शामिल रहा.
अयोध्या मामले को लेकर गोरखपुर संवेदनशील शहरों में गिना जाता है. पूर्व में हुए मामलों को मध्य नजर रखते हुए पुलिस किसी भी तरह की कमी नहीं रखना चाहती. यही वजह है कि हर थाना क्षेत्रों में पीस कमेटी की बैठक से लेकर फ्लैग मार्च किए जा रहे हैं. थाना और चौकी स्तर पर लगातार बैठकों का दौर चल रहा है. इसका उद्देश्य है कि किसी भी प्रकार की कोई गड़बड़ी फैसले के बाद न होने पाए. गोरखनाथ थाना क्षेत्र के गोरखनाथ, रसूलपुर, हुमायूंपुर, जागेश्वर पासी चौक क्षेत्रों में पुलिस ने फ्लैग मार्च किया. पुरुष और महिला पुलिसकर्मियों के साथ घुड़सवार दस्ते ने फ्लैग मार्च में अपना अहम योगदान दिया.
इस संबंध में गोरखनाथ सर्किल के सर्किल ऑफिसर प्रवीण कुमार सिंह ने बताया कि बारावफात और अयोध्या पर आने वाले फैसले के मद्देनजर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. उन्होंने बताया कि गोरखनाथ इलाके में पुरुष और महिला पुलिसकर्मियों के साथ फ्लैग मार्च किया गया. हम लोगों में इस बात का विश्वास दिलाना चाहते हैं कि उनके मन में किसी प्रकार का डर और भय हो उसे भी निकाल दें. वे निश्चिंत रहें. उत्तर प्रदेश पुलिस उनकी सेवा में तत्पर है.
सर्किल ऑफिसर ने कहा कि थाना मोहल्ले स्तर पर भी पीस कमेटी के लोगों की बैठक की जा रही है. आम दिशा-निर्देश के तहत पब्लिक को शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए जागरूक करते हुए हम उनकी सहभागिता चाहते हैं. हम लोगों से अपनी करना चाहते हैं कि वह अफवाह पर ध्यान न दें और अपनी सुरक्षा के साथ पुलिस का सहयोग भी करें. शांति व्यवस्था हमारे लिए सबसे बड़ी प्राथमिकता है.
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