अनोखी शादीः विवाह बंधन में बंधे 34 इंच का दूल्हा और 33 इंच की दुल्हन, सेल्फी लेने की मची होड़
गोरखपुर के प्रज्ञा कालोनी रानीबाग के रहने वाले भगवती प्रसाद मिश्रा और ऊषा देवी के घर जब 36 साल पहले बेटी की किलकारी गूंजी, तो सभी ने घर आई लक्ष्मी का खूब सत्कार किया गया. बेटी का नाम सारिका मिश्र रखा गया. वक्त तो गुजरा लेकिन, सारिका का कद आम लड़कियों की तरह नहीं बढ़ा. वो 33 इंच की रह गई. बेटी सारिका की उम्र बढ़ने के साथ ही उसके विवाह की चिंता भी घरवालों को सताने लगी.
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View In Appदूल्हे के भाई कृष्णानंद पाठक कहते हैं कि उन्हें बहुत ही अच्छा लग रहा है. उन्हें इस बात की उम्मीद नहीं थी कि उनके भाई की शादी हो पाएगी. लेकिन, ऐसा रिश्ता मिल गया, जिससे परिवार के लोग तुरंत शादी को तैयार हो गए. वे कहते हैं कि इनका कद कभी भी आड़े नहीं आएगा. जो भी कमियां होगी, वे उसे पूरा करेंगे. इसके साथ ही वे ये भी कहते हैं कि ये सुना था कि जोड़ियां ऊपर से बनकर आती हैं. लेकिन, आज वे भी इस बात को मानते हैं कि रब ही जोड़ी बनाते हैं और आज भी रब ने बना दी जोड़ी.
दूल्हा डा. सुनील संस्कृत से पीएचडी हैं. वे कहते हैं कि उनके भी मन में ये सपना पलता रहा है कि एक दिन उनकी शादी होगी. लेकिन, अब उन्होंने शादी की उम्मीद खो दी थी. लेकिन, भगवान की कृपा हुई और उनकी आज शादी हो रही है. वे इस शादी से बहुत खुश हैं. उनको भी उनका जीवन साथी मिल गया है और वे अन्य लोगों की तरह वैवाहिक जीवन को पूरी खुशी के साथ निभाएंगे.
दुल्हन की भाभी चन्द्रप्रभा मिश्रा कहती हैं कि आज वे बहुत खुश हैं. उनकी ननद की शादी हो रही है. इससे ज्याद खुशी की बात उनके लिए और क्या हो सकती है. वहीं दुल्हन की बहन रीता मिश्रा कहती हैं कि आज उनकी बहन की शादी है. सभी बहनें उसकी शादी में सम्मिलित होने के लिए आईं हैं. आज उनके और परिवार के सभी सदस्यों के लिए बहुत ही खुशी का दिन है. उनकी बहन आज विवाह के बंधन में बंध रही है.
इस अनोखी शादी की चर्चा शादी तय होने के बाद से ही शहर में चलती रही. इस शादी में कई ऐसे लोग भी पहुंचे थे, जिनको न तो वर पक्ष से न्योता मिला था और न ही वधू पक्ष से. लेकिन, सभी के चेहरे पर खुशी साफ झलकती दिखाई दी.
वहीं दुल्हन सारिका का कहना है कि उन्हें इस बात का पूरा विश्वास था कि एक दिन उनकी शादी होगी. हर लड़की की तरह उनके भी मन में ये सपना पल रहा था कि उनका भी दूल्हा आएगा और उन्हें ब्याह कर ले जाएगा. आज वे बहुत खुश हैं. उनके जीवन का सबसे सुनहरा और खुशी का दिन आज आ ही गया.
गोरखपुर के खजनी के विशुनपुरा गांव के रहने वाले विश्वनाथ पाठक और कैलाशी देवी के परिवार का भी कुछ ऐसा ही हाल रहा. 42 साल पहले जब उनके घर में बेटे डा. सुनील पाठक का जन्म हुआ, तो परिवार ने भी खूब सपने संजोए. वक्त तो गुजरता गया, लेकिन उनका भी कद ठहर सा गया. वो 34 इंच के रह गए. लेकिन, दोनों के घरवालों ने उन्हें खूब दुलार और प्यार के साथ बड़ा किया. नतीजा सारिका ने बीए पास कर लिया और सुनील ने संस्कृत से पीएचडी कर ली.
गोरखपुर. बैंड, बाजा और बारात. सब कुछ वैसा ही जैसा आमतौर पर शादी में देखने को मिलता है. लेकिन, गोरखपुर के लोगों के लिए ये शादी आम शादियों से कुछ अलग और खास रही. दरअसल गोरखपुर में हुए एक शादी में दूल्हा 34 इंच और दुल्हन 33 इंच की थी. शादी में आने वाले लोगों में दूल्हा-दुल्हन के साथ सेल्फी खिंचवाने का जुनून भी खूब दिखाई दिखा.
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