कानपुर: SC-ST एक्ट के विरोध में व्यापारियों ने खुद को जंजीर से जकड़ा, जमकर की नारेबाजी
व्यापारी नेता आकाश यादव ने कहा कि यह कैसा अंधा कानून है. हम बेगुनाह होंगे इसके बाद भी हमें जेल जाना पड़ेगा. हमारा क्या अपराध है, जो हमें इस आग में झोका जा रहा है. देश के सर्वोच्च न्यालय ने एससी/एसटी एक्ट कानून में संसोधन किया था. सरकार ने अपना वोट बैंक बढ़ाने के लिए सवर्णों का जेल में झोकने का कानून बना दिया, हमको जंजीरों में जकड़ दिया. इसके लिए हमें चाहे अपने प्राणों की न्योछावर क्यों ना करना पड़े, हम इस कानून का विरोध करेंगे.
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View In Appव्यापारियों ने कहा कि एससी/एसटी एक्ट कानून को संसद में प्रस्ताव लाकर सरकार ने सवर्णों के अधिकारों का हनन करने का काम किया है. शहर का सबसे बड़ा व्यापारी संगठन भी इस अंधे कानून के विरोध में खड़ा है.
एससी/एसटी एक्ट में हुए संसोधन के खिलाफ सवर्णों के भारत बंद आन्दोलन में शहर के व्यापारी संगठनों ने जमकर नारेबाजी और प्रदर्शन किया. व्यापारियों ने काले कपड़े, सिर पर काली पट्टी और खुद को जंजीरों से जकड़कर अपना विरोध दर्ज कराया. सवर्ण स्वाभिमान समिति के बैनर तले व्यापारियों ने शहर में जुलूस भी निकाला.
व्यापारियों ने इस कानून को अंधा कानून करार देते हुए केंद्र सरकार को सवर्णों को जंजीरों से जकड़ने वाली सरकार की संज्ञा दी. व्यापारी संगठनों ने कहा कि सरकार ने जिस तरह से एससी/एसटी एक्ट कानून को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को बदला है, इसके बाद से पूरे देश में मोदी सरकार के खिलाफ गुस्सा व्याप्त है.
व्यापारी संगठनों ने मोदी सरकार के विरोध में जमकर नारेबाजी की और इस कानून को वापस लेने की मांग की. व्यापारियों ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर कानून वापस नहीं लिया गया तो हम आने वाले लोकसभा चुनाव में सवर्णों की ताकत का अहसास दिला देंगे.
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