(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
UP Election Result 2019 Live: 52 सीटों पर बीजेपी जीती, 10 सीटों पर बनाए हुए है बढ़त
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लखनऊ: आज उत्तर प्रदेश लोकसभा चुनाव के परिणाम आने वाले हैं. कुछ ही घंटों में साफ हो जाएगा कि देश में किसकी सरकार बनने वाली है. एक बार फिर एनडीए सत्ता में आ पाएगा या फिर विपक्षी दल एकजुट होकर सरकार बनाएंगे. कहते हैं कि देश की सत्ता वही हासिल कर पाता है जो यूपी का विजेता बनता है. देखना होगा कि अखिलेश यादव के दावे सच साबित होंगे कि गठबंधन देश को नया पीएम देगा या फिर बीजेपी 2014 जैसे चमत्कारिक प्रदर्शन दोहरा पाएगी.
2014 के नतीजे
2014 में बीजेपी को यूपी में 71 सीटें हासिल हुई थी. उसकी सहयोगी पार्टी अपना दल को भी दो सीटें मिली थीं. कांग्रेस को भी दो सीटें मिली थी. समाजवादी पार्टी को 5 सीटें मिली थीं जबकि बीएसपी और आरएलडी का खाता तक नहीं खुल पाया था.
2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को यूपी में 42.63 प्रतिशत वोट मिले थे. जबकि समाजवादी पार्टी को 22.35 प्रतिशत और बहुजन समाज पार्टी को 19.77 प्रतिशत वोट मिले थे. कांग्रेस का वोट प्रतिशत 7.53 रहा था.
बात वोटों की करें तो बीजेपी को 3,43,18,854 वोट मिले थे जबकि एसपी-बीएसपी को 3,39,03,161 वोट मिले थे. आरएलडी को 6,89,409 वोट मिल पाए थे जबकि कांग्रेस को 60,61,267 वोट मिले थे.
2019 के लिए सबने लगाया दम
2014 में हुई करारी हार के बाद उपचुनावों में एसपी-बीएसपी ने साथ मिल कर चुनाव लड़ा और जीता. इसी के बाद दोनों पार्टियों ने लोकसभा चुनाव के लिए गठबंधन कर लिया. इस गठबंधन में आरएलडी भी शामिल है. अखिलेश यादव, मायावती, अजीत सिंह और जयंत चौधरी ने साथ मिल कर जनसभाएं कीं और वोटरों को अपने पक्ष में करने का प्रयास किया.
दूसरी तरफ बीजेपी ने भी 73 प्लस सीटों का लक्ष्य निर्धारित किया. इस टारगेट को हासिल करने के लिए बीजेपी ने कई मौजूदा सांसदों के टिकट काट दिए और कुछ सांसदों की सीटें भी बदल दीं. इसके बाद सीएम योगी आदित्यनाथ, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने यूपी में लगातार जनसभाएं कर 2014 दोहराने के लिए जान लगा दी.
2019 में यूपी में कांग्रेस ने भी अपना 'तुरुप का इक्का' चल दिया. उन्होंने राहुल गांधी की बहन प्रियंका गांधी वाड्रा को कांग्रेस का महासचिव और पूर्वी उत्तर प्रदेश का प्रभारी बना दिया. इसके बाद कांग्रेस में मानो नई जान पड़ गई. कांग्रेस ना केवल अकेले दम पर लड़ी बल्कि कई जगहों पर अच्छी टक्कर देने में भी कामयाब रही. प्रियंका गांधी ने यूपी में कई जगह जनसभाएं, रैलियां, रोड शो और नुक्कड सभाएं कीं. राहुल गांधी ने भी यूपी में कई जगहों पर जनसभाएं कर वोटरों को आकर्षित करने का प्रयास किया.
बड़ी सीटें
यूं तो यूपी की हर लोकसभा सीट अपने आप में खास है लेकिन कुछ सीटें बेहद वीआईपी हैं. वाराणसी लोकसभा सीट से खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनाव मैदान में हैं. लखनऊ लोकसभा सीट से गृहमंत्री राजनाथ सिंह चुनाव लड़ रहे हैं. गोरखपुर, फूलपुर और कैराना सीटों पर भी सबकी निगाह टिकी हुई है. यही वो सीटें हैं जिन पर उपचुनाव में गठबंधन की जीत हुई थी.
इनके अलावा अमेठी और रायबरेली सीटों पर भी देश की नजरें रहेंगी. अमेठी से राहुल गांधी और रायबरेली से सोनिया गांधी चुनाव मैदान में हैं. मैनपुरी सीट से मुलायम सिंह यादव, आजमगढ़ सीट से अखिलेश यादव और कन्नौज से डिम्पल यादव भी मैदान में हैं. इसके अलावा फिरोजाबाद सीट पर चाचा-भतीजे की टक्कर देखने को मिलेगी. रामगोपाल यादव के बेटे अक्षय यादव का मुकाबला प्रसपा अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव से है.
फतेहपुर सीकरी से कांग्रेस के यूपी अध्यक्ष राज बब्बर चुनाव मैदान में हैं तो वहीं इलाहाबाद सीट से यूपी कैबिनेट मंत्री रीता बहुगुणा जोशी भी किस्मत आजमा रही हैं. केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा गौतमबुद्धनगर और वीके सिंह गाजियाबाद से चुनाव मैदान में हैं.