एक्सप्लोरर
Advertisement
आखिर एकनाथ शिंदे ने विद्रोह का बिगुल क्यों बजाया? । Maharashtra Political Crisis
एकनाथ शिंदे शिवसेना की सबसे कमजोर कड़ी निकले। उन्हें ठाणे में मजबूत पकड वाला नेता माना जाता है। एकनाथ शिंदे का सफर फर्श से अर्श का रहा है। एकनाथ शिंदे ने कभी रिक्शा चलाया था और मजदूरी की थी। लेकिन एक बार ठाणे में शिवसेना के क्षत्रप आनंद दीघे से मिले तो दोनों को लग गया कि ये रिश्ता तो गुरु शिष्य का है। तब से अब तक एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र के लिए और खासकर शिवसेना के लिए बेहद जाना पहचाना नाम हैं। उनकी बगावत ने महाअघाड़ी सरकार के पैरों तले से बहुमत की जमीन खिसका दी है। आखिर शिवसेना से तीस साल पुराना नाता तोड़कर शिंदे ने विद्रोह का बिगुल क्यों बजाया। इसको समझते हैं।
न्यूज़
Swami Chidanand Interview: अयोध्या में BJP की हार पर स्वामी चिदानंद का चौंकाने वाला बयान
Swami Chidanand Interview: संभल पर डराया जा रहा है-स्वामी चिदानंद का बेबाक इंटरव्यू
Swami Chidanand Interview:'महाकुंभ की व्यवस्था देखकर मन गदगद है'- स्वामी चिदानंद
Swami Chidanand Interview: 'जब-जब भारत बंटा है..तब-तब भारत कटा है'- स्वामी चिदानंद
Mahakumbh 2025: 'ये पागल हैं...' तरह-तरह के दरबारों पर बोले Karauli Shankar Mahadev | ABP NEWS
और देखें
Advertisement
Advertisement
Advertisement
टॉप हेडलाइंस
इंडिया
बिहार
बॉलीवुड
क्रिकेट
Advertisement
ट्रेंडिंग न्यूज
मोहन यादवमुख्यमंत्री, मध्य प्रदेश
Opinion