AAP के सब साथी...कांग्रेस का ना कोई!
सिर्फ़ गठबंधन के साथी ही नहीं बल्कि कांग्रेस के अपने नेता भी अपनी पार्टी के बदले अरविंद केजरीवाल के जीत की भविष्यवाणी कर रहे हैं...और इन सबके बीच कांग्रेस और आम आदमी पार्टी एक-दूसरे को बीजेपी और संघ का मोहरा बता रहे हैं...सबसे पहले अखिलेश यादव ने दिल्ली चुनाव के लिए केजरीवाल के पक्ष में समर्थन का एलान किया...उन्होंने साफ़ कर दिया कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी को समर्थन दूंगा और उसके साथ मंच साझा करूंगा क्योंकि दिल्ली में कांग्रेस का संगठन मज़बूत नहीं है...इसके बाद ममता बनर्जी की पार्टी ने भी अरविंद केजरीवाल के समर्थन का एलान किया...वहीं उद्धव ठाकरे की पार्टी भी खुलकर AAP के समर्थन में आ गई...INDIA गठबंधन में कांग्रेस के ख़िलाफ़ मोर्चे से कई सवाल ख़ड़े होते हैं...क्या INDIA गठबंधन में कांग्रेस अकेली पड़ गई है...क्या केजरीवाल के साथ गठबंधन के मुद्दे पर कांग्रेस में कलह है...क्या INDIA गठबंधन सिर्फ़ लोकसभा चुनाव के लिए था...क्या अकेले चुनाव लड़कर दोनों पार्टियां एक-दूसरे का नुक़सान नहीं कर रही हैं...महादंगल की बहस की शुरुआत से पहले ये बयान देख लीजिए...