Bangladesh Crisis: Sheikh Hasina को लेकर बांग्लादेश ने भारत से की बड़ी मांग | Muhammad Yunus
Bangladesh Crisis : बांग्लादेश में आरक्षण विरोधी प्रदर्शनों के चलते काफी ज्यादा हिंसा देखने को मिली है. शेख हसीना प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद भारत में शरण ले चुकी हैं. बांग्लादेश की सेना ने छात्र आंदोलन के नेतृत्व करने वाले लोगों और सभी दलों से बातचीत कर अंतरिम सरकार के लिए हरी झंडी दे ही है. नोबेल शांति पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस को अंतरिम सरकार का प्रमुख नियुक्त किया गया है. राष्ट्रपति शहाबुद्दीन ने सरकार के मुखिया के तौर पर यूनुस की नियुक्ति को लेकर भेदभाव विरोधी छात्र आंदोलन के 13 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक की थी, जिसके बाद उन्होंने अपना फैसला लिया. मीटिंग में बांग्लादेश की वायुसेना, थल सेना और नौसेना के प्रमुख भी मौजूद थे. ये बैठक राजधानी ढाका में चार घंटे तक चली थी. मोहम्मद यूनुस को 2006 में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. उनकी गिनती शेख हसीना के विरोधियों के तौर पर होती है. वह कई मौकों पर सरकार की आलोचना कर चुके थे. यूनुस के प्रवक्ता ने कहा कि छात्रों की लंबे समय से मांग थी कि अंतरिम सरकार का मुखिया उन्हें बनाया जाए, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया है. फिलहाल मोहम्मद यूनुस पेरिस में इलाज करवा रहे हैं और वह जल्द ही वतन लौटने वाले हैं. बांग्लादेश से आ रही रिपोर्टों के मुताबिक, सोमवार और मंगलवार की हिंसा में कम से कम 97 जगहों पर हिंदुओं और अल्पसंख्यकों को निशाना बनाया गया. इस दौरान हिंदुओं के घरों और दुकानों में लूटपाट की गई और आग लगा दिया गया. कम से कम 10 हिंदू मंदिरों पर भी हमला किया गया. बागेरहाट में एक व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई.