Bangladesh Crisis: अगले 48 घंटे Sheikh Hasina पर बहुत भारी! देखिए हसीना सरकार के अस्त होने की कहानी
Bangladesh Crisis : बांग्लादेश में पांच बार तक प्रधानमंत्री रहीं शेख हसीना को हटाने की प्लानिंग इस साल की शुरुआत में हुए चुनाव में ही शुरू हो गई थी. 2024 के चुनावों में इसलिए ही मुख्य विपक्षी दल बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) और जमात-ए-इस्लामी ने हिस्सा नहीं लिया था. उन्होंने चुनाव का बहिष्कार किया था, क्योंकि उनका तर्क था कि अगर वह चुनाव का बहिष्कार करेंगे तो कम वोटिंग होगी, जिससे शेख हसीना की अवामी लीग पार्टी को नुकसान होगा और हुआ भी वही. 2024 के चुनाव में शेख हसीना बेशक चुनाव जीतीं, लेकिन देश के महज 40 फीसदी वोटरों ने ही मतदान में हिस्सा लिया था, जबकि 2018 में 80 फीसदी मतदान हुआ था. वहीं, विपक्ष ने चुनाव को फर्जी करार दिया था. विपक्षी दल बीएनपी ने ने सरकार के खिलाफ माहौल बनाया. यही कारण था कि 300 में 222 सीटें हसीना की पार्टी ने जीती थी, दूसरे नंबर पर निर्दलीय 63 सीटें जीत कर आगे आए थे.