बल्लीमारान का घमासान..कौन पास करेगा इम्तिहान?
बल्लीमारन की गलियों से गुजरें उससे पहले इस हवेली की दर-ओ-दीवार को जानना बेहद जरूरी है.. मसरूफियत.. यहां की फिजाओं में है और जर्रे-जर्रे में बसी है गालिब काी शायरी.. हर दौर में याद किए जाने वाले.. गालिब.. जिनके अल्फाजों की कभी रियासतें कद्रदान थीं. जिनका लिखा आज 400 साल बाद भी मौजूं है. सिर्फ हिंदु्स्तान ही नहीं दूर देशों से शायरी के कद्रदान यहां आते हैं.. इस बार भी आम आदमी पार्टी ने फिर से इमरान हुसैन पर भरोसा जताया है.. और कांग्रेस से फिर हारुन यूसुफ मैदान में हैं.. वहीं बीजेपी ने अपने पत्ते अब तक नहीं खोले हैं. छह महीने पहले इसी दिल्ली में साथ वोट मांग चुके आप-कांग्रेस के नेता एक बार फिर आमने-सामने हैं.. तो क्या जनता कन्फ्यूज होगी या आप-कांग्रेस की लड़ाई में बीजेपी का खाता खुलेगा.. अगर ऐसा होता है तो ख्वाब बीजेपी का भी पूरा होगा...चुनाव के ऐलान के साथ ही इंडिया गठबंधन टूटता दिख रहा है.. कांग्रेस और आप की जंग में इंडिया गठबंधन के पुराने साथ आप का हाथ मजबूत करने में जुट गए हैं तो कांग्रेस की मुश्किल भी कम होती नहीं दिख रही