मस्जिद-मंदिर घमासान पर 'भागवत ज्ञान'!
संघ प्रमुख मोहन भागवत के उस बयान की जिसमें उन्होंने मस्जिदों और दरगाहों में मंदिर तलाशने वाली सोच पर आपत्ति जताई है... उन्होंने दो टूक लफ्जों में कहा, हर दिन नया मामला उठाने की इजाजत नहीं दी जा सकती... भागवत के इस बयान से ये सवाल उठने लगे हैं...आखिर उनकी नसीहत किसके लिए हैं? क्योंकि जैसे ही संघ प्रमुुख का बयान आया... विपक्ष के नेताओं ने ये कहना शुरू कर दिया कि मंदिर की खोज तो संघ की विचारधारा से जुड़े लोग ही कर रहे हैं... ऐसे में संघ प्रमुख अपनी विचारधारा से जुड़े लोगों को सीधे नसीहत क्यों नहीं देते? अब सवाल है....क्या संघ प्रमुख इशारा संभल हिंसा की ओर है... जहां जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान भड़की हिंसा में 4 लोगों की मौत हो गई थी... अब भी संभल में तनाव बना हुआ है या फिर उनका इशारा प्राचीन नक्शे के जरिए संभल में 68 तीर्थ होने की दलील देने वाले जिलाधिकारी राजेंद्र पेंसिया की ओर है... जो साफ तौर पर ऐसे संकेत दे रहे हैं...कि सर्वे का सिलसिला अभी थमने वाला नहीं है।