Bharat Jodo Yatra : रूद्राक्ष के सहारे Ujjain में क्या बड़ा गेम खेलने वाले हैं Rahul Gandhi ?
Bharat Jodo Yatra: क्या रुद्राक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के सपनों को पूरा कर पाएगा? यह सवाल इसलिए खड़ा हो रहा है, क्योंकि भगवान महाकाल की नगरी उज्जैन (Ujjain) में राहुल गांधी तीन मुखी रुद्राक्ष के पांच पौधे लगाने वाले हैं. भगवान शिव के प्रिय रुद्राक्ष को हिन्दू धर्म में बेहद पवित्र माना जाता है. कहा जाता है कि रुद्राक्ष धारण करने वाले का जीवन सकारात्मक ऊर्जाओं से भरा रहता है. ऐसे में कांग्रेस इस पौधारोपण कार्यक्रम को लेकर उज्जैन में खासतौर पर तैयारियां कर रही है.
मान्यता है कि भगवान शिव का रुद्राक्ष किसी की तकदीर बदल सकता है. यही वजह है कि रुद्राक्ष से करोड़ों शिव भक्तों की आस्था जुड़ी है. एकमुखी से लेकर 24 मुखी तक कई ऐसे दुर्लभ रुद्राक्ष हैं, जिनकी तलाश में कई शिव भक्त देश के कोने-कोने में भटकते रहते हैं. भगवान महाकाल की नगरी उज्जैन में राहुल गांधी तीन मुखी रुद्राक्ष के पांट पौधे लगाने जा रहे हैं. इसके लिए उज्जैन के आगर रोड पर निजी कॉलेज में तैयारी की जा रही है. जानकारी के मुताबिक, इसी निजी कॉलेज में राहुल गांधी रात्रि में विश्राम भी करेंगे.
ज्योतिषाचार्य पंडित अमर डिब्बावाला के मुताबिक, रुद्राक्ष का पौधा काफी शुभ माना जाता है. ऐसी मान्यता है कि भगवान शिव के नेत्र से निकलने वाली अश्रु धारा जब जमीन पर गिरी थी, तो पृथ्वी में रुद्राक्ष का पौधा अंकुरित हुआ था. इसी वजह से रुद्राक्ष को काफी पवित्र माना जाता है. खासतौर पर शिवभक्त इसे शरीर पर धारण भी करते हैं. भगवान महाकाल 12 ज्योतिर्लिंगों में तीसरे स्थान पर है, इसीलिए यहां तीन मुखी रुद्राक्ष के वृक्ष पौधारोपण का विशेष महत्व है. माना जाता है कि इससे नकारात्मक ऊर्जा का क्षय होता है. इसके अलावा, पर्यावरण और वनस्पति के लिए भी रुद्राक्ष वरदान माना गया है. रुद्राक्ष से राशियों पर पड़ने वाले दुष्प्रभाव पर भी अनुकूल असर पड़ता है.