Boycott Maldives: फटाफट से देखिए देश की बड़ी खबरें | India vs Maldives
भारत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर मालदीव के कुछ मंत्रियों की तरफ से की गई अपमानजनक टिप्पणी के बाद मालदीव एसोसिएशन ऑफ टूरिज्म इंडस्ट्री (MATI) का बयान आया है. उन्होंने कहा कि वो ऐसे अपमानजनक टिप्पणियों की कड़ी निंदा करता है. MATI ने कहा कि मालदीव के इतिहास में भारत हमेशा मुसीबत के समय सबसे पहले आगे आता है. MATI ने अपने आधिकारिक बयान में कहा कि नरेंद्र मोदी के साथ-साथ भारत के लोगों के प्रति की गई अपमानजनक टिप्पणियों की हम कड़ी निंदा करते हैं. भारत हमारे निकटतम पड़ोसियों और सहयोगियों में से एक है. MATI ने सोमवार को एक बयान में कहा, ''भारत हमेशा हमारे संकट भरे पल में पहला मददकर्ता रहा है. हम सरकार के साथ-साथ भारत के लोगों की तरफ से हमारे साथ बनाए गए घनिष्ठ संबंधों के लिए बेहद आभारी हैं. मालदीव के पर्यटन मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक साल 2023 कि दिसंबर महीने तक इस द्वीप पर कुल 17 लाख 57 हजार 939 टूरिस्ट आए थे. इनमें से सबसे ज्यादा टूरिस्टों की संख्या भारतीयों की ही थी. भारतीयों के बाद सबसे ज्यादा रूस और चीन के लोग पहुंचे थे. लक्षद्वीप को पर्यटन स्थल के रूप में बढ़ावा देने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयास का मजाक उड़ाते हुए मालदीव की मंत्री मरियम शिउना समेत कुछ नेताओं ने अपमानजनक टिप्पणियां की, जिस पर एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया है. सोशल मीडिया पर कई भारतीयों और मशहूर हस्तियों ने मालदीव का बहिष्कार करने का आह्वान किया है. रविवार (7 जनवरी) को मालदीव सरकार ने नेताओं की ओर से की गईं अपमानजनक टिप्पणियों से खुद को अलग कर लिया और कहा कि उनकी राय व्यक्तिगत हैं और वो सरकार के विचारों का प्रतिनिधित्व नहीं करती हैं. मालदीव सरकार ने कहा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का प्रयोग लोकतांत्रिक और जिम्मेदार तरीके से किया जाना चाहिए और ऐसे बयान नहीं देना चाहिए, जिनसे नफरत और नकारात्मकता फैले. मालदीव सरकार ने एक बयान में यह भी कहा कि ऐसी अपमानजनक टिप्पणी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने में संकोच नहीं किया जाएगा. वहीं, रविवार को शाम होते-होते मालदीव सरकार ने पीएम मोदी पर अपमानजनक टिप्पणी करने वाले अपने तीन मंत्रियों मरियम शिउना, मालशा शरीफ और महजूम माजिद को निलंबित कर दिया. आइये जानते हैं उनके बारे में.