सभापति पर 'शीत युद्ध'!
उपाध्यक्ष जगदीप धनखड़ ने कहा, "देश में और बाहर कुछ ताकतें हैं जो भारत की प्रगति को पचा नहीं पा रही हैं। देश को विघटित करने, देश को बांटने और इसकी संस्थाओं का अपमान करने का एक सुनियोजित प्रयास चल रहा है। हमें एकजुट होकर हर देश विरोधी आख्यान को बेअसर करना होगा..." राज्यसभा में एनडीए की स्थिति राज्यसभा में एनडीए के पास पर्याप्त सीटें हैं, जिससे अविश्वास प्रस्ताव का पारित होना मुश्किल लग रहा है. एनडीए को कई क्षेत्रीय दलों का भी समर्थन प्राप्त है,जिससे इस प्रस्ताव के फेल होने की संभावना और बढ़ गई है. विपक्ष का पक्ष हालांकि विपक्ष का कहना है कि यह प्रस्ताव सिर्फ संख्या बल पर आधारित नहीं है, बल्कि लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा करने और संसद के संचालन में निष्पक्षता की मांग के लिए है. विपक्षी दलों ने जगदीप धनखड़ की काम करने के तरीके को "लोकतांत्रिक आदर्शों के खिलाफ" बताते हुए उनके खिलाफ यह कदम उठाने का निर्णय लिया है.