Delhi Elections 2025: दिल्ली के चुनावी दंगल के लिए कांग्रेस ने जारी की 26 उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट
दिल्ली विधानसभा चुनाव का महत्व हमेशा से ही बहुत अधिक रहा है। यह न केवल राष्ट्रीय राजनीति में अहम भूमिका निभाता है, बल्कि यह राज्य की नीति और विकास पर भी असर डालता है। दिल्ली में पिछले कुछ वर्षों में आम आदमी पार्टी (AAP) की सरकार बनी हुई है, जिसने पिछले चुनाव में बड़ी जीत हासिल की थी। वहीं, भारतीय जनता पार्टी (BJP) और कांग्रेस दोनों ही पार्टियां चुनावी मैदान में जोर-शोर से जुटी हुई हैं। कांग्रेस ने अपनी पिछली हार को लेकर आत्ममंथन किया है और इस बार के चुनाव में अधिक सक्रियता के साथ भागीदारी सुनिश्चित करने की कोशिश की है।
कांग्रेस पार्टी की तैयारियां
कांग्रेस पार्टी दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए अपनी रणनीति को लेकर पूरी तरह से तैयार नजर आ रही है। पार्टी ने पहले चरण में 21 उम्मीदवारों के नाम घोषित किए थे, और अब दूसरे चरण में 26 और उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया है। कांग्रेस का उद्देश्य इस चुनाव में वापसी करना है, और इसके लिए पार्टी ने अपनी पूरी ताकत झोंकी है। पार्टी की कोशिश है कि वह उन सीटों पर अपनी पकड़ मजबूत कर सके, जिन पर वह पहले कमजोर साबित हुई थी।
कांग्रेस ने उम्मीदवारों के चयन में कई बातों का ध्यान रखा है। खासकर उन उम्मीदवारों को मौका दिया गया है जो पार्टी के प्रति निष्ठावान हैं और जिन्होंने समाज के विभिन्न वर्गों में अच्छा प्रभाव छोड़ा है। इसके साथ ही पार्टी ने उन सीटों पर विशेष ध्यान दिया है, जहां पर AAP और BJP के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिलती है। पार्टी का लक्ष्य है कि दिल्ली की जनता में कांग्रेस की पुरानी छवि को फिर से जीवित किया जा सके।
कांग्रेस की दूसरी लिस्ट में किसे मिला टिकट?
कांग्रेस ने अपनी दूसरी लिस्ट में 26 उम्मीदवारों के नाम घोषित किए हैं। इनमें से कुछ नाम ऐसे हैं, जो पहले भी दिल्ली विधानसभा के चुनावों में चुनाव लड़ चुके हैं, और कुछ नए चेहरों को भी पार्टी ने मौका दिया है। उम्मीदवारों के चयन में पार्टी ने यह सुनिश्चित किया है कि विभिन्न समाजिक, आर्थिक और जातीय वर्गों को प्रतिनिधित्व मिले।
कांग्रेस पार्टी के सूत्रों के अनुसार, दूसरी लिस्ट में जिन उम्मीदवारों के नाम हैं, उनका चुनावी इतिहास मजबूत रहा है। कई उम्मीदवार ऐसे हैं जिन्होंने अपने-अपने क्षेत्रों में काफी काम किया है और उनके पास जनता का विश्वास है। इनमें से कुछ उम्मीदवार समाज के वंचित वर्गों से आते हैं, जिनका मुख्य उद्देश्य उन वर्गों के विकास के लिए काम करना है।