इंदौर में कलंगी और तुर्रा के बीच हुआ अग्नियुद्ध | ABP NEWS
दीवाली पर एक ओर जहां पूरा देश रोशनी और खुशियों में डूबा दिखा...तो दूसरी ओर दीवाली पर देश के कई हिस्सों में अंधविश्वास का गहरा अंधेरा भी पसरा हुआ दिखाई पड़ा...आस्था के नाम पर जान दांव पर लगाई गई...ढोल नगाड़ों की गूंज के बीच जान की बाजी लगाने का जश्न मनाया गया...ये तस्वीरें मध्य प्रदेश के इंदौर की हैं...जहां गौतमपुरा में हर साल की तरह इस बार भी दीवाली के बाद हिंगोट युद्ध हुआ...वर्षों से चली आ रही परंपरा को निभाते हुए बड़े से मैदान में भीड़ जुटी...दोनों तरफ से एक दूसरे पर बारूद से भरे हिंगोट यानी अग्निबाण फेंके गए...जिसमें 15 लोग घायल हो गए...हर साल इस युद्ध में इसमें शामिल लोगों के साथ इस युद्ध को देखने आए लोग भी घायल हो जाते हैं...कई बार तो जान पर बन आती है, लेकिन उसके बावजूद ये अग्नियुद्ध हर साल होता है...दूर-दूर से लोग इसे देखने आते हैं और सुरक्षा के लिए आला अफसरों समेत भारी पुलिस बल तैनात रहता है...बताया जाता है कि पुराने समय में मुगलों के आक्रमण को विफल करने के लिए, उनसे बचने के लिए लोग हिंगोरिया के फल से बने इन अग्निबाणों यानी हिंगोट को इस्तेमाल करते थे...