देश की भूख शांत करने वाला अन्नदाता को लाइन में लगाने को मजबूर करने वालों की Ghanti Bajao
अपने देश में किसानों की बड़ी बात होती है. जिस भी राजनीतिक पार्टी को देखिए वो किसानों के नाम पर घड़ियाली आंसू बहाती नजर आएगी. चुनाव में आपने कई नेताओं को खाद के नाम पर वोट मांगते देखा होगा. ये कहते सुना होगा कि अब किसानों को खाद की, यूरिया की दिक्कत नहीं होने दी जाएगी लेकिन हकीकत क्या है, वो हम आपको दिखाने जा रहे हैं. ख़रीफ की फसल की तैयारियो में जुटे किसानो की परेशानियां बढ़ती ही जा रही हैं. मध्यप्रदेश से लेकर उत्तर प्रदेश तक इन दिनों किसान त्रस्त है. वजह है बुवाई के दिनों में खाद की किल्लत. खाद की तंगी के चलते किसान कहीं सड़कों पर धरना दे रहा है तो कहीं पर चक्का जाम पर उतारू हैं. किसानों को सरकारी वितरण केंद्रों के अलावा निजी दुकानों से भी खाद खरीदने में परेशानी आ रही है. हालांकि सरकार का दावा है कि खाद पर्याप्त है. देश के अन्नदाता को खाद के लिए तरसाने वाली सरकारों के खिलाफ 8422840000 पर घंटी बजाईए और देखिए ये रिपोर्ट