(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Hathras Stampede: वोट बैंक के लिए यूपी सरकार ने बाबा सूरजपाल को दी क्लीनचीट? | ABP News |
Hathras Satsang Stampede: यूपी के हाथरस में 2 जुलाई को भोले बाबा के सत्संग के दौरान भगदड़ मच गई थी, इस हादसे में करीब 122 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी, जबकि सैकड़ों लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे. ये हादसा हाथरस जिसे के 47 किलोमीटर दूर फुलराई गांव में हुआ था. जिसके बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान लिया था और जांच के निर्देश दिए थे. हाथरस हादसे के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बड़ी कार्रवाई की है. सिकंदराराऊ तहसील क्षेत्र के 6 अधिकारियों को दोषी माना है. सिकंदराराऊ एसडीम रविंद्र कुमार, तहसीलदार सुशील कुमार, सीओ डॉक्टर आनंद कुमार, कोतवाली प्रभारी आशीष कुमार के साथ ही पोरा चौकी इंचार्ज बृजेश पांडे और कचौरा चौकी इंचार्ज मनवीर सिंह को सस्पेंड कर दिया गया है. हाथरस भगदड़ पर गठित एसआई़टी ने अपनी पूरी रिपोर्ट में नारायण साकार हरि का कहीं जिक्र तक नहीं किया है. रिपोर्ट में हाथरस हादसे के लिए कार्यक्रम आयोजक मुख्य जिम्मेदार, स्थानीय प्रशासन की जवाबदेही भी तय की गई है. दो सदस्यीय जांच समिति ने जांच रिपोर्ट सौंपी और कहा कि साजिश से इंकार नहीं है ऐसे में गहन जांच की जरूरत है. रिपोर्ट में कहा गया कि हाथरस हादसा आयोजकों की लापरवाही से हुआ. भीड़ को आमंत्रण देकर पर्याप्त इंतज़ाम नहीं किया गया. रिपोर्ट में कहा गया कि स्थानीय पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारियों ने आयोजन को गंभीरता से नहीं लिया. वरिष्ठ अधिकारियों को समुचित जानकारी नहीं दी.