कश्मीर में धर्म को निशाना बनाकर कब तक चलेगी गोली ? । HUNKAR
एक बार फिर कश्मीर में धर्म पूछकर आतंकियों ने वारदात को अंजाम दिया है...बडगाम में सरकारी कर्मचारी राहुल भट्ट को सिर्फ़ इसलिए मारा गया क्योंकि वो कश्मीरी पंडित थे...पिछले कुछ महीनों से लगातार ये सिलसिला चल रहा है...माखन लाल बिंद्रू, दीपक चांद और अब राहुल भट्ट...हर किसी को ये पता है कि कश्मीरी पंडित पाकिस्तान परस्त आतंकियों के निशाने पर हैं...लेकिन इसके बावजूद राहुल भट्ट को सुरक्षा क्यों नहीं दी गई...सवाल ये भी है कि आख़िर ये कौन सी सोच है जो पिछले 30 वर्षों से कश्मीर से कश्मीरी पंडितों को कश्मीर से बेदखल करना चाहती है...आतंकी हमले का शिकार सिर्फ़ राहुल भट्ट ही नहीं हुए हैं...बल्कि पुलवामा में स्पेशल पुलिस ऑफिसर रियाज़ अहमद को भी आतंकियों ने मौत के घाट उतारा है...यानी आतंकी कश्मीर घाटी में हर भारत मां के लाल को ख़त्म करने की साज़िश रच रहे हैं...इन आतंकियों की इस साज़िश का जवाब कब मिलेगा...आतंक की कश्मीर फाइल्स कब बंद होगी...कश्मीरी पंडितों की टारगेट किलिंग कब ख़त्म होगी...