Sandeep Chaudhary: इजरायल और हमास के युद्ध ने आप की जेब पर कितना डाला असर ?
फलस्तीन के चरमपंथी लड़ाकू संगठन हमास ने 7 अक्टूबर को इजरायल में घुसकर निर्दोष नागरिकों को मौत के घाट उतारना शुरू कर दिया. उसके पहले करीब 5000 रॉकेट दागे और इजरायल के सैकड़ों नागरिकों को बंधक बनाकर युद्ध का ऐलान कर दिया था. इसके बाद पिछले 15 दिनों से इजरायल गाजा पट्टी में हमास के ठिकानों पर लगातार हमला कर रहा है.
दूसरी ओर हमास के समर्थन में लेबनान के हिजबुल्ला आतंकी संगठन ने भी इजरायल पर रॉकेट दागे हैं और हूती आतंकियों ने भी हमास के पक्ष में इजरायल पर हमले शुरू कर दिया है. इसकी वजह से तीसरे विश्वयुद्ध की सुगबुगाहट तेज हो गई है.
धुर विरोधी मुस्लिम देश हुए एक
सउदी अरब और इरान जैसे एक दूसरे के धुर विरोधी देश भी इस मामले में दुश्मनी भूल कर फलस्तीन के साथ खड़े हो गए हैं और इजरायल को आंखें दिखा रहे हैं. दूसरी ओर अमेरिका ने इजरायल के साथ खड़े होकर उसके एक्शन का समर्थन किया है. साथ ही अरब सागर में अपने जंगी बेड़े को उतार दिया है. अमेरिका और नाटो देशों की ओर से इजरायल को हथियारों की सप्लाई होने लगी है.
दुनिया के दो ताकतवर मुल्कों में से एक अमरीका जहां इजरायल के साथ खड़ा है वहीं रूस ने सीजफायर की मांग कर रहा है और फलस्तीन पर हमले रोकने की वकालत कर रहा है. अमेरिका ने रूस की तुलना हमास से कर दी है और दोनों को क्षेत्रीय लोकतंत्र को खत्म करने वाला बताया है. ऐसे में दुनिया भर के इन ताकतवर मुल्कों की लामबंदी ने एक बार फिर थर्ड वर्ल्ड वॉर यानी तीसरे विश्वयुद्ध की सुगबुगाहट तेज कर दी है.
हम आपको 10 बिंदुओं में बताते हैं कि क्यों से इजरायल और हमास की जंग दुनिया भर के लिए चिंता का सबब बनता जा रहा है.
1. हमास के हमले के बाद से पिछले 15 दिनों में इजरायली सेना के पलटवार में 4137 फलस्तीनी नागरिकों की मौत हो चुकी है, जिनमें हमास के लड़ाके भी हैं.
2. ईरान, इराक, सीरिया और सऊदी अरब जैसे बड़े मुस्लिम देश फलस्तीन के साथ खड़े हो गए हैं. इजरायल के जवाबी हमले में हमास के 9 टॉप कमांडर ढेर हो चुके हैं. 7 अक्टूबर के हमले में शामिल एक नेवल कमांडर को भी एक दिन पहले शुक्रवार को इजरायली सेना ने एयर स्ट्राइक में मार गिराया है.
3. पिछले 15 दिनों में हमास इजरायल पर 7 हजार रॉकेट दाग चुका है जबकि इजरायल ने गाजा पर नौ हजार टन बम गिराए हैं. इससे 30 फीसदी घर पूरी तरह से खत्म हो चुके हैं. इसकी वजह से मुस्लिम देशों में गुस्सा बढ़ रहा है.
4. जंग के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने हमास की तुलना रूस से की है और दोनों को क्षेत्रीय शांति के लिए खतरा करार दिया है. इसके बाद अमेरिका ने अपने नागरिकों को दुनिया के किसी भी मुल्क में सफर पर जाने के दौरान सावधान रहने को कहा है जो विश्वभर में शांति को खतरे का संकेत है.
5. इस युद्ध में सऊदी अरब तो अभी तक नहीं कूदा है लेकिन उसके बयान चिंता बढ़ाने वाले हैं. अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने कहा है कि गाजा में इजरायली सेना का हमला तुरंत बंद होना चाहिए और 1967 में जितना बड़ा फलस्तीन था उसे उतना हिस्सा मिलना चाहिए.
6. मिडिल ईस्ट के एक और देश लीबिया ने भी कह दिया है कि अगर बॉर्डर खुल जाएगा तो हमास के लड़ाकों की मदद के लिए सेना और हथियार दोनो भेजेंगे.
7. दूसरी और इजरायल हमला रोकने के मूड में बिलकुल नहीं है. इजरायल के रक्षा मंत्री ने स्पष्ट कर दिया है कि हमास के खात्मे तक जंग जारी रहेगी.
8. इजरायल का रिकॉर्ड रहा है कि वह अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए किसी भी हद तक जा सकता है. जंग में हमास ने उसके जिन नागरिकों को बंधक बनाया है उनमें से 22 के मारे जाने के दावे हमास कर रहा है. हमास का कहना है कि इजरायली गोलीबारी में ही बंधक मारे गये हैं, लेकिन उन्हें मारने के आरोप हमास के लड़ाकों पर लग रहे हैं.
9. इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतनयाहू ने सीधे लेबनान बॉर्डर के पास सैनिक भेजे हैं और इजरायली डिफेंस फोर्स टू वे वॉर में शामिल हैं. एक तरफ गाजा पर हमले हो रहे हैं तो दूसरी तरफ लेबनान के हिजबुल्ला पर भी एयर स्ट्राइक हो रही है.
10.अमेरिका ने इजरायल में हथियारों की कमी न हो इसके लिए स्पेशल फंड देने का ऐलान किया है. साथ ही इजरायल की ओर से अमेरिका भेजे गए दो आयरन डोम भी वापस लाए जा रहे हैं जो युद्ध के लंबे चलने के संकेत है.
आपको बता दें कि हमास के हमले में भी इजरायल में करीब 1400 लोगों की मौत हो चुकी है. युनाइटेड नेशंस (UN) की रिपोर्ट के मुताबिक गाजा में अब तक 1524 बच्चे और 1444 महिलाओं की मौत हो चुकी है. दावा है कि क़रीब 12,845 घर गाजा में पूरी तरह से तबाह हो चुके है. जंग जारी है इस वजह से तबाही और अधिक बढ़ेगी, जिसके कारण गुस्सा भी बढ़ेगा और तीसरे विश्वयुद्ध का खतरा भी.