Mann Ki Baat में PM Modi ने वीर सिद्धो-कान्हू को किया याद, बताया उनका इतिहास
पीएम मोदी ने कहा कि आज 30 जून को आकाशवाणी का संस्कृत बुलेटिन अपने प्रसारण के 50 साल पूरे कर रहा है. 50 वर्षों से लगातार इस बुलेटिन ने कितने ही लोगों को संस्कृत से जोड़े रखा है. मैं ऑल इंडिया रेडियो परिवार को बधाई देता हूं. उन्होंने बताया कि बेंगलुरू में एक पार्क है- कब्बन पार्क. इस पार्क में यहां के लोगों ने एक नई परंपरा शुरू की है. यहां हफ्ते में एक दिन, हर रविवार बच्चे, युवा और बुजुर्ग आपस में संस्कृत में बात करते हैं. पीएम मोदी ने कहा कि 30 जून का ये दिन बहुत महत्वपूर्ण है. इस दिन को हमारे आदिवासी भाई-बहन 'हूल दिवस' के तौर पर मनाते हैं. यह दिन वीर सिद्धो-कान्हू के अदम्य साहस से जुड़ा है, जिन्होंने विदेशी शासकों के अत्याचार का पुरजोर विरोध किया था. उन्होंने कहा कि वीर सिद्धो-कान्हू ने हजारों संथाली साथियों को एकजुट करके अंग्रेजों का जी-जान से मुकाबला किया, और जानते हैं ये कब हुआ था? ये हुआ था 1855 में, यानी ये 1857 में भारत के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम से भी दो साल पहले हुआ था, तब झारखंड के संथाल परगना में हमारे आदिवासी भाई-बहनों ने विदेशी शासकों के खिलाफ हथियार उठाया था.