एक्सप्लोरर
Advertisement
27% गरीब भारतीयों की रेल छूट गयी? सुधार के नाम पर प्राइवेट की ओर दौड़ रही रेल! Master Stroke
कहते हैं कि भारतीय रेल में हर दिन एक ऑस्ट्रेलिया सफर करता है. ऑस्ट्रेलिया की जनसंख्या ढाई करोड़ है और करीब इतने ही लोग हर रोज भारतीय रेल में सफर करते हैं और इनमें से भी ज्यादातर लोग जनरल और स्लीपर कोच में चलते हैं. एक साल में सिर्फ 18 करोड़ यात्री AC से चलते हैं जबकि नॉन AC से चलने वाले यात्रियों की संख्या 348 करोड़ है. इस आंकड़े की वजह से ये फर्क बहुत बड़ा है लेकिन अगर हम ये कहें कि भारतीय रेलवे को इन 348 करोड़ यात्रियों की कोई फिक्र नहीं है, तो शायद आपको विश्वास नहीं होगा.. लेकिन ये सच है. क्योंकि रेलवे ने फैसला किया है कि 130 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली ट्रेनों से स्लीपर और जनरल कोच हटाए जाएंगे और उनकी जगह इन ट्रेनों में AC कोच लगाए जाएंगे. रेलवे का कहना है कि तकनीकी वजहों से ऐसा करना जरूरी है और ये कदम रेलवे को बेहतर बनाने में बहुत कारगर साबित होगा लेकिन जानकारों का मानना है कि ट्रेन की स्पीड बढ़ाने का NON AC कोच को हटाने से कोई लेना देना नहीं है. इसीलिए रेलवे के इस फैसले पर सवाल उठ रहे हैं और सबसे बड़ी बात ये है कि एक साल में जो 348 करोड़ लोग स्लीपर और जनरल बोगी से चलते हैं, क्या वो एसी का टिकट खरीद पाएंगे ? इसमें कोई दो राय नहीं है कि रेलवे का घाटा बहुत ज्यादा है लेकिन क्या अपना घाटा पाटने के लिए रेलवे गरीबों को भूल जाएगा.
इंडिया
Jhansi Medical Fire Accident : झांसी अग्निकांड़ में Congress का BJP पर बड़ा आरोप | ABP News
CM Yogi Kanpur Roadshow: सीएम योगी के रोड शो में उमड़ी भयंकर भीड़, भगवामय हुआ कानपुर | ABP News
Breaking: तीन देशों की पांच दिवसीय यात्रा पर रवाना हुए PM Modi | ABP News
Maharashtra Election 2024: कोंकण जाने से पहले CM Eknath Shinde के बैंग की फिर चेकिंग हुई | ABP News
Maharashtra Elections: 'बीजेपी जब हारने लगती है तब धर्म पर बोलने लगती है'- Aditya Thackeray | ABP News
और देखें
Advertisement
Advertisement
Advertisement
टॉप हेडलाइंस
इंडिया
महाराष्ट्र
ओटीटी
क्रिकेट
Advertisement
ट्रेंडिंग न्यूज
राजेश शांडिल्यसंपादक, विश्व संवाद केन्द्र हरियाणा
Opinion