Atul Subhash Case: दहेज विरोधी कानून परेशान करने का हथियार बन रहा - SC | Bangalore News | Breaking
यूपी के जौनपुर में रहने वाले शख्स ने पत्नी की प्रताड़ना से तंग आकर एक ऐसा कदम उठा लिया, जिसने पूरे समाज को फिर से सोचने पर मजबूर कर दिया है. 34 साल अतुल सुभाष कर्नाटक के बेंगलुरू में इंजीनियर थे. उनका शव मराठाहल्ली इलाके में उनके घर में फांसी के फंदे से लटका मिला. अतुल ने आत्महत्या से पहले 24 पन्ने का सुसाइड नोट छोड़ है. जिसमें उसने पत्नी और ससुरालियों की प्रताड़ना का दर्द बयां किया है. अतुल की कहानी सुनकर आपका दिल भी रो पड़ेगा. जौनपुर के रहने वाले अतुल सुभाष AI इंजीनियर थे. अतुल की शादी साल 2019 में जौनपुर की ही रहने वाली निकिता सिंघानिया से हुई थी. शादी के शुरूआती दिनों में तो सबकुछ ठीक रहा है. लेकिन, कुछ दिनों बाद ही निकिता बेंगलुरू से जौनपुर वापस आ गई. इसके बाद पत्नी और ससुरालवालों ने अतुल पर दहेज उत्पीड़न और घरेलू हिंसा का केस कर दिया. शादी के 5 साल में ही पत्नी और उसके परिवारवालों ने अतुल को जान देने कि लिए मजबूर कर दिया.