Patna Opposition Meeting: 'नेताओं के मिलने से जरूरी नहीं कि जनता भी मिल जाए' : वरिष्ठ पत्रकार
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View In Appदो दिन पहले पटना में हुई महागठबंधन की महाबैठक के नतीजे अब धीरे-धीरे सामने आने लगे हैं...सूत्रों के मुताबिक़ 2024 में NDA के ख़िलाफ़ लड़ने वाले महागठबंधन का नाम PDA होगा...PDA यानी पेट्रियोटिक डेमोक्रेटिक एलायंस...यानी राष्ट्रवाद का जवाब देशभक्ति से...अगले महीने शिमला में होने वाली महागठबंधन की बैठक में नाम का औपचारिक एलान किया जा सकता है...लेकिन PDA नाम की चर्चा इससे पहले भी हो चुकी है...6 दिन पहले समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी PDA बनाम NDA की लड़ाई का नारा दिया था...लेकिन अखिलेश के PDA का फुल फॉर्म कुछ अलग था...उनके मुताबिक PDA का मतलब पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक है...नाम चाहे जो हो लेकिन सवाल ये है कि जब तक आपस में मिलेंगे नहीं तब तक मोदी को चुनौती कैसे देंगे...पटना की बैठक के बाद जिस तरह आम आदमी पार्टी और कांग्रेस आमने-सामने हैं, उससे एकजुटता का संदेश नहीं जाता...सिर्फ़ आप और कांग्रेस ही नहीं बल्कि लेफ्ट पार्टियां और TMC भी आमने-सामने नज़र आईं...तल्खी ऐसी कि ममता बनर्जी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सीताराम येचुरी के भाषण का इंतज़ार तक नहीं किया...
ये मतभेद उस वक़्त हैं जब सीट बंटवारे पर बातचीत शुरू भी नहीं हुई है...ये मतभेद उस वक़्त है जब विपक्ष के चेहरे को लेकर चर्चा भी नहीं हुई है...क्या सिर्फ़ नाम तय करने से बन जाएगी बात...आज इन्हीं सवालों पर हुंकार लेकिन पहले वार-पलटवार...