CAA से हाथरस कांड तक, शक के घेरे में रहने वाले PFI पर कांग्रेस मेहरबान क्यों? | राज की बात
एबीपी न्यूज़
Updated at:
14 Feb 2021 10:45 PM (IST)
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बीते कुछ सालों में जितनी भी बड़ी घटनाएं हुई हैं, जिन घटनाओं से देश की आंतरिक सुरक्षा को खतरा पैदा हुआ है उसमें पीएफआई का नाम जरूर सामने आया है. हिन्दुओं पर हिंसा से लेकर ISIS लड़ाके मुहैया कराने तक की साजिश में पीएफआई का पर्दे के पीछे से रोल दिखा है. ये वो पीएफआई है जिसने 2009 में देश के मुसलमानों को केवल शरिया अदालतों में जाने और यकीन करने के लिए उकसाया. इतना ही नहीं ये वही खतरनाक सोच और कार्यप्रणाली वाला संगठन है जिसके मुखपत्र में ओसामा बिन लादेन को शहीद बताया गया था.
पुड्डुचेरी में पीएफआई ने एक कार्यक्रम किया और उसमें संगठन ने खुद को कोरोना काल का मसीहा बताने की कोशिश की और इस दावे पर सरकारी ठप्पा लगवाने के लिए राज्य के सीएम वी.नारायणसामी को आमंत्रित किया. पुड्डुचेरी के मुख्यमंत्री और कांग्रेस के कद्दावर नेता वी.नारायणसामी पीएफआई के देशविरोधी कारनामों को जानते हुए भी उसके कार्यक्रम में पहुंचे और इस संगठन के तारीफों में कसीदे पढ़ डाले.
पुड्डुचेरी में पीएफआई ने एक कार्यक्रम किया और उसमें संगठन ने खुद को कोरोना काल का मसीहा बताने की कोशिश की और इस दावे पर सरकारी ठप्पा लगवाने के लिए राज्य के सीएम वी.नारायणसामी को आमंत्रित किया. पुड्डुचेरी के मुख्यमंत्री और कांग्रेस के कद्दावर नेता वी.नारायणसामी पीएफआई के देशविरोधी कारनामों को जानते हुए भी उसके कार्यक्रम में पहुंचे और इस संगठन के तारीफों में कसीदे पढ़ डाले.