Lockdown: 'यहां भूख से मरने से अच्छा गांव में जाकर मर जाएं,सरकार हमें देखती तो क्यों जाते?'
ABP News Bureau
Updated at:
01 Jan 1970 05:30 AM (IST)
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1 साल की सुहानी अपने परिवार के साथ चली जा रही है भूख लगती है तो मां की गोद में चली जाती है, सुहानी के माता पिता का कहना है कि मकान मालिक किराया मांग रहा है. आखिर हम किराया कहां से दें!! सरकार कहती है कि खाने को मिल जाएगा लेकिन राशन की दुकानों पर सिर्फ राशन कार्ड वाले को ही मिलता है. पुलिस हमको घरों के बाहर नहीं निकले देती तो आखिर हम कैसे रहे यहां पर!! मरने से अच्छा है कि गांव में जाकर मर जाएंगे.
इसी तरह से मोहित के माता-पिता का भी कहना है मोहित 3 साल का है और उसके माता-पिता उसको कभी गोद में तो कभी पैदल चला कर ले जा रहे हैं दिल्ली से इटावा जाना है तो निकल पड़े हैं पैदल ही.
इसी तरह से मोहित के माता-पिता का भी कहना है मोहित 3 साल का है और उसके माता-पिता उसको कभी गोद में तो कभी पैदल चला कर ले जा रहे हैं दिल्ली से इटावा जाना है तो निकल पड़े हैं पैदल ही.