जो रेहड़ी रोज़गार का साधन थी उसी से सैकडों किलोमीटर का सफर, पलायन के लिए मजबूर लोग
ABP News Bureau
Updated at:
29 Mar 2020 12:27 PM (IST)
Download ABP Live App and Watch All Latest Videos
View In App
उत्तर प्रदेश के रामपुर के रहने वाले महेंद्र कई सालों से दिल्ली के मुंडका में खाने की रेहड़ी लगाते थे. आज 6 महीने की बच्ची, पत्नी और भाई के साथ उसी रेहड़ी पर रामपुर अपने गांव वापस जा रहे हैं. एक युवक को भी साथ मे बिठा लिया जिसे पास के गांव में जाना था. सैकड़ों किलोमीटर का सफर इसी रेहड़ी पर महेंद्र को तय करना है. उनका कहना है कि कोई चारा नहीं बचा था इसके अलावा. कम से कम अपने गांव में भूखे नहीं रहना पड़ेगा.