साल 2020 की यादें हर किसी के जेहन में हमेशा रहेंगी. इन यादों में एक हिस्सा भारतीय नेताओं का भी है. कुछ नेताओं के बयान ने लोगों के चेहरे पर हंसी ला दी. हालांकि, इसके पीछे उनका ऐसा कोई इरादा नहीं था, लेकिन उनके बयान चर्चा में रहे. हम आपके लिए कुछ ऐसे ही बयान लेकर आए हैं. हमारा इरादा किसी का मजाक उड़ाना या उनका अपमान करना बिल्कुल नहीं है.
-सितंबर महीने में एमपी की मंत्री इमरती देवी कोरोना पर दिए गए बयान को लेकर काफी चर्चा में रहीं. सवाल पूछने पर वो एक रिपोर्टर पर थोड़ी नाराज हो गईं.
-कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया भी मध्य प्रदेश उपचुनाव के दौरान अपने एक बयान से काफी चर्चा में रहे. दरअसल, अक्टूबर महीने में एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने गलती से कांग्रेस को वोट देने की अपील कर दी. हालांकि, तुरंत ही उन्होंने अपनी गलती को सुधार लिया.
-भाजपा के वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यम स्वामी का देश की गिरती अर्थव्यवस्था पर जनवरी महीने में दिया गया एक बयान इंटरनेट पर काफी वायरल हुआ.
-भारत-चीन के बीच चल रहे सीमा विवाद के बीच पश्चिम बंगाल के एक बीजेपी कार्यकर्ता का बयान काफी वायरल हुआ. दरअसल, चीन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते हुए बीजेपी कार्यकर्ता ने मीडिया से कहा कि वो चीन के 'प्रधानमंत्री किम जोंग' का पुतला जला रहे हैं. आपको बता दें कि किम जोंग उत्तर कोरिया का तानाशाह शासक है, ना कि चीन का प्रधानमंत्री. चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग हैं.
-2020 में आरपीआई नेता रामदास अठावले का एक वीडियो काफी वायरल हुआ. ये वीडियो भारत में कोरोना के आने से ठीक पहले फरवरी महीने का था. वीडियो में अठावले चीनी डेलिगेशन के साथ गो कोरोना गो गाना गाते नजर आए थे. फरवरी महीने में कोरोना से चीन में काफी लोग संक्रमित हो चुके थे.