Jagdeep Dhankhar: भारत की न्यायपालिका पर धनखड़ का बड़ा बयान, न्यायपालिका ना झुकती तो आपातकाल ना लगता | ABP NEWS
जोधपुर में राजस्थान उच्च न्यायालय की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने आपातकाल के काले दौर को याद करते हुए भारत में न्यायपालिका की भूमिका पर बात की। उन्होंने आपातकाल को आजादी के बाद का सबसे काला दौर बताया और कहा कि न्यायपालिका ने तानाशाही के आगे घुटने टेक दिए, जिसके कारण कई लोगों को जेल जाना पड़ा। धनखड़ ने न्यायपालिका की उस समय की "बेशर्म तानाशाही" के आगे घुटने टेकने के लिए आलोचना की और कहा कि स्वतंत्रता के लिए संघर्ष व्यक्तिगत प्रतिबंधों में उलझ गया था। उन्होंने कहा कि अगर सुप्रीम कोर्ट ने घुटने नहीं टेके होते, तो शायद आपातकाल नहीं लगता और देश ने बहुत पहले ही महत्वपूर्ण प्रगति कर ली होती। "अमेजिंग इंडिया" कार्यक्रम में अपने भाषण के दौरान धनखड़ ने इस बात पर प्रकाश डाला कि न्यायपालिका ने दबाव में झुककर कई लोगों को जेल में डाला और अपमानित किया.