जाति जनगणना पर Keshav Maurya ने तंज कसते हुए विपक्ष पर लगाया बड़ा आरोप
पहला सवाल मेरा इन लोगों से है...हम इसके समर्थन में है हम विरोध में नहीं हूं...मैं जातीय जनगणना के समर्थन में हूं...जातीय जनगणना होनी चाहिए कोई गलत नहीं है लेकिन मैं इनसे सवाल कर रहा हूं जो आज सवाल उठा रहे हैं...इनके समर्थन से 10 वर्ष 2004 से 2014 तक इन्हीं की बैसाखी से कांग्रेस की सरकार केंद्र में चल रही थी तब ये जाति जनगणना भूल गए थे...आज एक गरीब मां-बाप का बेटा देश का प्रधानमंत्री है...कई राज्यों में अंदर देश के अंदर एक अलग वातावरण बना हुआ है तो ये केवल चुनावी मुद्दा है...जब कोई चुनाव आए एक नया मुद्दा खड़ा कर दो...जितना गरीबों की भलाई के लिए इन्होंने काम किया है जिन्होंने वोट लिया है...कभी नहीं किया..हमारे यहां इस विषय पर विवाद नहीं है...बिहार में कह रहे हैं जाति जनगणना होनी चाहिए...कर लो भाई...कौन रोक रहा है...जाति जनगणना कराना पिछड़ों की समस्या का..दलितों की समस्या का...आदिवासियों की समस्या का समाधान नहीं है....विपक्ष मुद्दा बना रहा है...हमारी पार्टी भी इसके समर्थन में है