क्या Corona के हालात पर सरकार की मीटिंग का गोपनीय होना जरूरी है ?
कोरोना को लेकर देश में हाहाकार मचा हुआ है... कोहराम मचा हुआ है, लेकिन हैरानी इस बात की है कि ऐसे हालात में सियासत भी खूब हो रही है... आज प्रधानमंत्री के साथ मुख्यमंत्रियों की बैठक में खूब राजनीति हुई. अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री मोदी के सामने दिल्ली के हालात बयान किये... तो उसका सीधा लाइव प्रसारण करवा दिया... अब प्रधानमंत्री का कहना है कि अरविंद केजरीवाल ने ऐसा करके प्रोटोकॉल तोड़ा... लेकिन केजरीवाल की तरफ से कहा गया है कि ऐसा कोई भी लिखित या मौखिक प्रोटोकॉल नहीं था कि मुख्यमंत्री अपने बयान का लाइव प्रसारण नहीं करवा सकता... सवाल ये है कि अगर देश में ऑक्सीजन की समस्या और कोरोना के हालात पर कोई मीटिंग हो रही थी तो उसमें पारदर्शिता क्यों नहीं बरती जानी चाहिए... राज्य के मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री अपने देश और प्रदेश की जनता के बारे में क्या बातें कर रहे हैं, क्या ये जानने का हक जनता को नहीं है?