Lakhimpur Kheri Tiger: कहीं भेड़िया.. कहीं बाघ तो कहीं मगरमच्छ, रिहायशी इलाकों में आदमखोरों की दहशत
उत्तर प्रदेश में जंगली जानवरों के आतंक से दहशत फैली हुई है. बहराइच में भेड़ियों के आतंक बाद लखीमपुर खीरी में बाघ का खौफ देखने को मिल रहा है. लखीमपुर खीरी में 8 बाघों की तलाश की जा रही है. बाघ की तलाश 2 ड्रोन और 20 कैमरों से हो रही है. बाघ के हमले में एक महीने में 3 लोगों की मौत हुई थी. लखीमपुर खीरी में तीन दिन पहले बाघ के हमले से मौत मामले में वन अधिकारी ड्रोन कैमरे से बाघ की तलाश कर रहे है. थाना हैदराबाद इलाके के इमलियापुर गांव में घास काटने के दौरान 45 वर्षीय अमरीश की बाघ के हमले में मौत हो गई थी. डीएफओ संजय बिस्वाल ने कहा कि जल्द ही बाघ पकड़ा जाएगा. हम बाघ की लोकेशन ट्रेस करने की कोशिश में है. चूंकि बारिश हुई और पानी भरा. ऐसे में जानवर बाहर आ जाते हैं. बाघ एक दिन में 10 किलोमीटर तक मूव कर सकता है. हमने चार पिंजड़े लगाए हैं. बिस्वाल ने बताया कि हमारे साथ कुछ एनजीओ भी साथ है. हम लोग पूरी कोशिश में हैं कि जल्द ही लोगों को इस भय से मुक्त कराया जाएगा. उन्होंने कहा कि 8 बाघों को पकड़ने के लिए वन मंत्री ने भी निर्देश दिए हैं.