Lok Sabha Speaker: आपातकाल की निंदा...क्या BJP का एजेंडा ? संविधान का सवाल...आपातकाल पर आर-पार ?
Lok Sabha Speaker: आज ध्वनिमत से लोकसभा स्पीकर के चुनाव के बाद जिस तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विपक्ष के नेता राहुल गांधी स्पीकर ओम बिरला को लेकर स्पीकर की कुर्सी तक गए उससे सदन में एक बेहतरीन नज़ारा दिखा... लेकिन पक्ष-विपक्ष की ये एकजुटता कुछ देर तक ही टिक पाई...स्पीकर पर जब बोलने की बारी आई तो सत्ता पक्ष ने जहां उनकी तारीफों के पुल बांध दिए वहीं विपक्ष के नेताओं ने तारीफों के साथ-साथ तंज भी कसा...लेकिन जब स्पीकर के बोलने की बारी आई तो कुछ ऐसा हुआ जिसकी उम्मीद किसी को नहीं थी... अपने पहले ही भाषण में स्पीकर ओम बिरला ने इमरजेंसी की ज़ोरदार निंदा की और उसे देश के इतिहास में एक काला अध्याय बताया...वो इमरजेंसी जो आज से ठीक 49 साल पहले आज ही के दिन लागू हुआ था...स्पीकर ने अपने प्रस्ताव में इमरजेंसी के लिए कांग्रेस और इंदिरा गांधी की कड़ी आलोचना की और मौन रखने की भी अपील की... संदन के अंदर जहां स्पीकर ने इमरजेंसी की आलोचना की वहीं सदन के बाहर बीजेपी के सांसदों ने ज़ोरदार प्रदर्शन किया और इमरजेंसी के लिए राहुल गांधी से माफी की मांग की...