Mahakumbh 2025: महाकुंभ पहुंचे 'चाबी वाले बाबा', बताया चाबियों से लगाव का राज | Chaabi Wale Baba
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View In AppMahaKumbh 2025: प्रयागराज के कुंभ में अलग-अलग वेशभूषा में साधु-संत शामिल होने के लिए पहुंच रहे हैं। इन सबके बीच एक अनोखे बाबा पहुंचे हैं जिन्हे लोग ‘चाबी वाले बाबा’ के नाम से जानते हैं। उनके पास कई चाबियां हैं जिसे वह अलग-अलग धार्मिक स्थलों पर पहुंचकर निशानी के तौर पर बनाया है। बाबा का असली नाम हरिश्चंद्र विश्वकर्मा है और वह उत्तर प्रदेश के रायबरेली के रहने वाले हैं। बाबा के पास एक भारी लोहे की चाबी है, जिसे वह अपने हाथ में रखते हैं और लोग इस चाबी का रहस्य जानने के लिए उनके पास आते हैं। 50 वर्षीय बाबा अध्यात्म की ओर आकर्षित थे और 13 साल की उम्र में समाज में फैली बुराइयों से लड़ने के लिए घर छोड़ दिया। 2025 में महाकुंभ मेले की शुरुआत 13 जनवरी हो रही है. इसका समापन 26 फरवरी को होगा. महाकुंभ की शुरुआत पौष पूर्णिमा स्नान के साथ होती है और महाशिवरात्रि के दिन अंतिम स्नान के साथ कुंभ पर्व की समाप्ति हो जाती है. यह मेला चार प्रमुख स्थानों – हरिद्वार, प्रयागराज, नासिक और उज्जैन में आयोजित किया जाता है. इनमें से नासिक और उज्जैन में हर साल कुंभ मेला लगता है, जबकि महाकुंभ बारह साल में एक बार इन चारों स्थानों पर बारी-बारी से होता है