Bhind: 7 साल की बच्ची भीख मांग पाल रही 4 भाई-बहनों को, कोरोना ने बनाया था अनाथ
भिंड के दबोह थाना क्षेत्र के अमहा गांव में एक परिवार पर कोरोना का कहर किस कदर टूटा कि पूरा परिवार खंड-खंड हो कर बिखर गया. कोरोना से दस माह पहले पांच बच्चों के सर से पिता का साया उठा, फिर तीन माह पहले मां भी करोना कि चपेट में आ कर चल बसी. अब इस परिवार में तीन बच्ची और दो बच्चे हैं. सबसे बड़ी बच्चे की उम्र सात साल है सबसे छोटा बच्चा सात महीने का है. सात साल की बच्ची अपने चार भाई बहनों की गांव वालों की मदद से देखभाल कर भरण पोषण कर रही है. गांव में घर घर जाकर भोजन मांगती है तब जाकर मासूम नोनिहालो के पेट की आग शांत करा पाती है. ये छोटे-छोटे मासूम बच्चे माता पिता द्वारा छोड़ी गई शमशान के बगल में टूटी-फूटी झोपड़ी में रहने के लिए मजबूर है. जब बरसात में पानी गिरता है तो बगल में स्थित श्मशान घाट की टीन शेड के नीचे रात बिताना सबसे बड़ी मजबूरी होती है. बच्चो की सुध लेने आज तक कोई प्रसासनिक अधिकारी नही पहुंचा है.